केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल पर कोविड-19 महामारी से संबंधित सभी जानकारियां मिलेंगी। कोविड-19 से लड़ने की भारत की रणनीति के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम इसमें सफल साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगातार बेहतर हो रही मरीजों के ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) और इस संक्रमण से लोगों की मृत्यु दर में आ रही कमी, कोविड-19 से निपटने में देश की सफलता को साबित करती है। उन्होंने कहा, ‘(कोविड-19 की जांच के लिए) एक प्रयोगशाला से बढ़कर आज हम 1,800 से अधिक प्रयोगशालाओं पर पहुंच गए हैं। अपनी क्षमताओं को बेहतर बनाने में हमने काफी कामयाबी हासिल की है। हमें अपनी जांच करने की क्षमता को सफलतापूवर्क बढ़ाया है जो आज 15 लाख प्रतिदिन तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘यह पोर्टल वैक्सीन के विकास, क्लिनिकल ट्रायल और इस क्षेत्र में देश-दुनिया में हुई प्रगति से जुड़ी उपयोगी और महत्वपूर्ण सूचनाएं समय-समय पर देगा। कोरोना महामारी के दौर में टीके के विकास पर सभी नजर रख रहे हैं। इसलिए देश में टीके के विकास से जुड़ी बातें साझा करना महत्वपूर्ण हो गया था।’स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन साल 2021 की पहली तिमाही में आने की उम्मीद है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, वैक्सीन विकसित करने का काम बड़े स्तर पर चल रहा है। देश में अभी तीन संभावित वैक्सीन ऐसी हैं जो क्लिनिकल ट्रायलों के चरणों में हैं। इस संबंध में मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) ने इस वैक्सीन वेब पोर्टल और ‘नेशनल क्लीनिकल रजिस्ट्री फॉर कोविड-19’ की शुरूआत की। है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इसका उद्घाटन किया।
हर्षवर्धन ने कहा, ‘कोविड-19 वैक्सीन को लेकर एक ऑनलाइन पोर्ट लॉन्च किया गया है। कोई भी व्यक्ति इस पोर्टल पर ऑनलाइन जा सकेगा और कोरोना वैक्सीन से संबंधित सभी अनुसंधान-विकास और नैदानिक परीक्षण संबंधी जानकारी देख सकेगा। इस पर देश में उपलब्ध अन्य टीकाकरण की जानकारी भी मिलेगी। दरअसल स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि इस पोर्टल पर कोरोना वायरस रिसर्च, संभावित कोविड-19 वैक्सीन, उनके ट्रायल और लॉन्चिंग तारीख समेत सभी जानकारियां मौजूद होंगी।