नई दिल्ली। पंजाब विस चुनावों से निपटने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने फिर से राजधानी दिल्ली पर अपना पूरा फोकस कर लिया है। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवा न मिलने की शिकायतों पर सीएम ने कड़ा संज्ञान लिया है। सीएम केजरीवाल के साथ मीटिंग मेंं हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने भी ऐसी शिकायतें मिलने की बात स्वीकारी। इस पर सीएम ने चीफ सेके्रटरी को जारी निर्देशों में साफ कहा कि जहां से भी दवा न मिलने की शिकायतें आ रही हैं, वहां तुरंत इस समस्या को दूर करें और संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए। अस्पतालों में दवाओं की कमी को लेकर जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। यह पता लगाया जाए कि जहां पर दवाओं की कमी है, वहां पर दवा क्यों नहीं खरीदी गई है, अगर अस्पताल में दवा का पूरा स्टॉक है तो मरीजों को क्यों नहीं दी जा रही है? एक सीनियर अधिकारी के अनुसार दिल्ली सरकार ने मुफ्त दवाओं के इंतजाम के लिए सभी जरूरी दिशा-निर्देश दे रखे हैं। इसके बावजूद कहीं पर ढिलाई बरती जा रही है तो इसका मतलब साफ है कि सरकारी योजना को सफल होने देने में रुकावटें खड़ी की जा रही हैं। दिल्ली सरकार इस मुद्दे पर काफी गंभीर है। सरकार का कहना है कि हर एक शिकायत पर एक्शन लिया जाएगा। इसमें ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।