अम्बाला। पीसीए (पंजाब कैमिस्ट एसोसिएशन) के पूर्व अध्यक्ष एवं मौजूदा राज्य महासचिव सुरिंदर दुग्गल ने अपने पहले कार्यकाल एवं मौज़ूदा समय के शुरुआत में राज्य औषधि प्रशासन एवं राज्य सरकार को दवा व्यवसाइयों के हित में कई सुझाव भेज पुराने ढर्रे पर एफडीए नियमों में बदलाव करने की मांग की थी, जिस पर न तो औषधि प्रशासन ने कोई संज्ञान लिया और न सरकार ने कोई सार्थक कदम ही उठाया। इसके चलते पीसीए ने पंजाब के मुख्यमंत्री समेत औषधि प्रशासन को दवा व्यवसाइयों के हित में अपनी मांगों को नजरअंदाज करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए चेताया कि वे संगठन स्तर पर कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं। इस पर मुख्यमंत्री कार्यालय से पीसीए के पदाधिकारियों को 31 जनवरी 2019 को सचिवालय स्थित कार्यालय में बुलावा भेजा है। इसे स्वीकार करते हुए दुग्गल ने बताया कि उनकी टीम सरकार को दवा व्यवसाइयों की अनजाने में हुई गलतियों के कारण रद्द होने वाले ड्रग्स लाइसेंस के प्रति नरम रवैया चाहते हंै। जैसे किसी के पार्टनर या मालिक की मृत्यु होने, लाइसेंस के नवीकरण में छोटी-मोटी लापरवाही के चलते नवीकरण आवेदन में देरी के चलते लाइसेंस रद्द करने, पार्टनर / स्वामित्वशिप में तब्दीली के नियमों में अन्य राज्यों के अनुरूप विभागीय सजा देकर नवीकरण की नीति व नए लाइसेंस की कड़े नियमों में नरमाई बरतने की मांग को प्रभावी ढंग से रखेंगे ताकि मुख्यमंत्री को सार्थक निर्णय लेने में कोई कठिनाई न हो।