नई दिल्ली। कैंसर की नकली दवा बेचने वाले रैकेट के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है। आरोपपत्र में बताया गया है कि इस रैकेट में आधा दर्जन अस्पतालों के कर्मचारी शामिल थे। यह गैंग 10 रुपये की फंगल इंफेक्शन की दवा भरकर इसे बाजार में एक लाख रुपये में बेचता था। यही नहीं, आरोपी अस्पताल में इस्तेमाल हो चुकी दवा की खाली शीशी तीन से पांच हजार में, जबकि भरी हुई शीशी चोरी कर 40 से 50 हजार रुपये में गिरोह को देते थे।

यह है मामला 

बता दें कि मार्च माह में अपराध शाखा ने मोती नगर स्थित डीएलएफ फ्लैट से कैंसर की नकली दवा तैयार करने वाले गिरोह को पकड़ा था। इस मामले में सरगना समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें मुख्य सरगना विफिल जैन है। सूरज उसके लिए नकली दवा तैयार करता था।

खाली शीशी लाने और दवा बेचने का काम नीरज चौहान और तुषार चौहान संभालता था। इस रैकैट में आधा दर्जन अस्पतालों के कर्मचारी परवेज, कोमल तिवारी, अभिनय, रोहित सिंह, जितेंद्र, माजिद और साजिद को भी गिरफ्तार किया है। यह अस्पताल में इस्तेमाल होने वाली दवा की खाली शीशी और चोरी की गई दवा इस गैंग को बेचते थे।

खाली शीशी के लिए अस्पताल कर्मियों को साथ जोड़ा

आरोपपत्र में बताया गया है कि कैंसर की नकली दवा बनाने के लिए आरोपियों को असली दवा की खाली शीशी चाहिए थी। इसके लिए उन्होंने विभिन्न अस्पतालों के कैंसर वार्ड में काम करने वाले कर्मचारियों को गिरोह के सााि जोड़ा। खाली शीशी में आरोपी फंगल इंफेक्शन रोकने वाली दवा भरते थे। एक शीशी में लगभग 10 रुपये की दवा भरी जाती थी। इसके बाद आरोपी उसे बाजार से कम कीमत (90 हजार से लेकर 1.20 लाख तक) पर कैंसर पीडि़त परिवार को बेच देते थे। इसके लिए उन्होंने इंडिया मार्ट पर खुद को पंजीकृत करवा रखा था। वहां से ऑर्डर मिलने पर वह कूरियर के माध्यम से लोगों को यह दवा बेच देते थे।

आरोपपत्र में उन आठ लोगों का बयान शामिल किया गया है, जिन्होंने इन जालसाजों से नकली दवा अपने परिवार के सदस्यों के लिए खरीदी थी। इनमें से एक शख्स की पत्नी ने दवा लेने के कुछ दिन बाद ही दम तोड़ दिया था। बिहार के मधुबनी निवासी मनीष ने पुलिस को बताया है कि उनकी पत्नी को मुंह और फेफड़े का कैंसर था। डॉक्टर ने उन्हें किट्रूटा इंजेक्शन लाने को कहा।

इंडियामार्ट के माध्यम से वह लवी नरूला के संपर्क में आए। उन्होंने 90 हजार रुपये प्रति इंजेक्शन के हिसाब से अप्रैल 2022 और अगस्त 2022 में चार इंजेक्शन खरीदे, लेकिन जब इसका इस्तेमाल किया तो पत्नी की हालत बिगडऩे लगी और 11 सितंबर 2022 को उसकी मौत हो गई।