जालंधर। ड्रग कंट्रोल टीम ने स्थानीय दिलखुश मार्केट में एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर फर्जी मार्का वाली दवाइयां बेचने का मामला पकड़ा है। छापामारी के दौरान दवा की ऐसी 78 शीशियां जब्त की गई। खाद्य और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन पंजाब के कमिश्नर स. काहन सिंह पन्नू का कहना है कि यह दवाइयां नकली हो सकती हैं।
उन्होंने बताया कि इस बाजार में नकली दवाएं बिकने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर दिलखुश मार्केट में रेड के लिए जालंधर और कपूरथला के ड्रग कंट्रोल अधिकारियों को लेकर टीम गठित की गई। जांच में एक मेडिकल स्टोर पर एक ही तरह की पैकिंग वाली दो दवाएं मिलीं। एक पैकिंग पर नियमों के अनुसार दवा निर्माता कंपनी का नाम दर्ज था, जबकि दूसरी पैकिंग पर यह नाम नहीं था। वहीं, एक दवा पर ‘शेड्यूल एच लिखा हुआ था, जिसको सिर्फ डॉक्टर की सिफारिश पर ही बेचा जा सकता है, जबकि दूसरी पर यह शर्त दर्ज नहीं थी।
पन्नू ने बताया कि हमें शक है कि यह मामला सिर्फ बड़ी कंपनियों के जाली मार्का लगा कर दवाएं बेचने का नहीं है, बल्कि यह दवा नकली भी हो सकती है। चार सैंपल लेकर आगामी जांच के लिए भेजे गए हैं और दवाओं का यह स्टाक जब्त कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली जांच को जारी रखते हुए फगवाड़ा के मेडिकल स्टोरों की भी जांच की गई और नंगल माझा के एक मेडिकल स्टोर से इसी जाली मार्का वाले वरिकलोर सिरप की 12 शीशियां जब्त की गई हैं। इसी क्रम में राज्य के विभिन्न मेडिकल स्टोरों को भेजी गई 4300 शीशियों में से अब तक 800 शीशियां जब्त कर ली गई हैं। उन्होंने ड्रग कंट्रोल अधिकारियों को अपने अधीन क्षेत्रों में ऐसी दवाओं की बिक्री पर नजर रखने का आदेश दिया।