लखनऊ। राजाजीपुरम के एक मकान के तहखाने में बने अवैध कॉल सेंटर से शक्तिवर्धक दवाइयां बेचने का मामला पकड़ में आया है। यहां से फोन कर लोगों को झांसे में लिया जाता था। तालकटोरा पुलिस ने मौके पर रेड कर 12 युवकों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, 15 से ज्यादा युवक फरार होने में कामयाब हो गए। हिरासत में लिए गए युवकों में सात मुंबई के, तीन मेघालय और एक बेंगलुरु का है। तहखाने से बड़ी संख्या में लैपटॉप, फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए हैं। एडीसीपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि देर रात पुलिस टीम गश्त कर रही थी। सी ब्लॉक सेक्टर सात स्थित ललित श्रीवास्तव के मकान का मुख्य गेट खुला था। यह देख पुलिस की गाड़ी रुक गई। शक होने पर पुलिस टीम मकान के भीतर दाखिल हुई तो वहां 25-30 युवक मिले। पुलिस को देखते ही युवक भागने लगे। इस पर पुलिस ने गेट बंद कर कुछ युवकों को दबोच लिया, वहीं कई मौके से फरार हो गए। पकड़े गए युवकों ने पूछताछ में दवाओं का ऑनलाइन व्यापार करने की बात बताई। हालांकि कागज मांगने पर वह कुछ भी नहीं दिखा सके। अवैध कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को इंटरनेट कॉल किया जाता था और उनसे संपर्क कर दवाओं की कालाबाजारी होती थी।
इस दो मंजिला कमरे को मकान मालिक ललित श्रीवास्तव ने किराये पर दिया था। ललित ने पुलिस को बताया कि उनके परिचित तालकटोरा निवासी फैजी ने मकान को किराए पर देने की सिफारिश की थी। फैजी के कहने पर ही उन्होंने मकान रेंट पर दिया था। इसके एवज में उन्हें करीब 42 हजार रुपये मिलते थे। मकान के प्रथम और दूसरे तल पर लडक़े रहते थे, जबकि बेसमेंट में कॉल सेंटर बनाया गया था। मकान की तलाशी लेने पर कमरों में आपत्तिजनक सामान भी मिले। चारों तरफ शराब की बोतलें पड़ी थीं। फैजी ने मकान किसको दिलाया था और इन सबके पीछे कौन लोग शामिल हैं? इसके बारे में पुलिस पता लगा रही है। अवैध कॉल सेंटर में कई लड़कियां भी काम करती थीं, जो पड़ोस के मकान में किराये पर रह रही थीं। पुलिस की लापरवाही के चलते दिन में कई लड़कियां और लडक़े अपना सामान पैक कर वहां से भाग निकले। फिलहाल पुलिस पकड़े गए युवकों से पूछताछ में जुटी है।