मुंबई। डालमिया हेल्थकेयर ने कोविड संक्रमण के इलाज के लिए कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को लेकर बनाई गई दवा ‘आस्था-15’ का क्लिनिकल परीक्षण शुरू कर दिया है। डालमिया हेल्थकेयर ने कहा कि उसे क्लिनकल ट्रायल रजिस्ट्री (सीटीआर) से इसकी मंजूरी मिल गई है और तीसरे चरण के परीक्षण के लिए सभी नियामकीय दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। सीटीआर, आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल स्टैटिक्स द्वारा प्रबंधित संस्थान है। समूह की अनुसंधान एवं विकास इकाई डालमिया सेंटर फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट (डीसीआरडी) गहन शोध के बाद 15 औषधियों का एक ‘पालीहर्बल कॉम्बिनेशन’ बनाया, जिसे आस्था-15 का नाम दिया गया है। इससे पहले, इसका चेन्नई के सरकारी अस्पताल में मरीजों पर इसके प्रभाव का अध्ययन किया गया है। उस अध्ययन में इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आया। डालमिया ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन संजय डालमिया ने कहा कि हम अपने अत्यधिक प्रभावशाली आयुर्वेदिक मिश्रण का मानवों पर परीक्षण कर रहे हैं। यह कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने में मदद कर सकता है। हमारी दवाई के सफल मानव परीक्षण से पूरी दुनिया में न केवल इस संक्रामक वायरस का प्रभाव कम होगा, बल्कि इससे अन्य चिकित्सा विधियों के मुकाबले आयुर्वेद की प्रतिष्ठा भी स्थापित होगी।