नई दिल्ली। देश भर में एक बार फिर से कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। और ऐसे में कोरोना के मरीजों के लिए प्रयोग होने वाली दवा की भी काला बाजारी शुरू हो चुकी है। बता दें कि एक बार फिर देश में ऑक्सीजन सिलिंडर और रेमडेसिविर को लेकर कालाबाजारी बढ़ चुकी है। कोविड उपचार प्रोटोकॉल में शामिल रेमडेसिविर इन दिनों में तय मूल्य से 1000 गुना अधिक कीमत पर बिक रहा है। दरअसल केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया का कहना है कि रेमडेसिविर की कमी को लेकर शिकायतें मिल रही हैं लेकिन कुछ राज्यों में जांच के दौरान ऐसी स्थिति सामने नहीं आई है। जबकि ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के महासचिव राजीव सिंगला ने बताया कि कई राज्यों में मांग तेज हो चुकी है। कंपनी की ओर से पर्याप्त स्टॉक नहीं आ रहा है।
देश में रेमडेसिविर दवा की कालाबाजारी पिछले एक सप्ताह में शुरू हुई है। 28 मार्च के बाद से इसकी मांग 50 गुना तक बढ़ चुकी है। हालांकि केंद्र ने दवा कंपनियों को दवा का उत्पादन बढ़ाने का आदेश दिया है लेकिन वर्तमान हालात ऐसे हैं कि एक-एक डोज के लिए व्यक्ति को डेढ़ से दो लाख रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, दिल्ली और हरियाणा सहित देश के कई हिस्सों से कालाबाजारी की शिकायतें आ रही हैं। वहीं अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ रही है लेकिन पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही और ये 40 हजार रुपये तक बिक रहा है।