नई दिल्ली। भारतीय दवा कंपनी स्ट्राइड्स फार्मा साइंस लिमिटेड ने गुरुवार को कहा कि उसे एंटीवायरल ड्रग फेविपिराविर का क्लिनिकल ट्रायल करने के लिए मंजूरी मिल गई है. फेविपिराविर को कोविड 19 के लिए संभावित उपचार माना जा रहा है। स्ट्राइड्स के फाउंडर और नॉन-एक्जिक्यूटिव चेयरमैन अरुण कुमार ने बिना किसी अधिक जानकारी के कांफ्रेंस कॉल पर कहा कि बेंगलुरु की इस कंपनी को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से देश में फेविपिराविर का ट्रायल करने की मंजूरी मिल गई है। इससे पहले ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने बीते महीने घोषणा की थी कि वह देश की पहली फार्मा कंपनी बन गई है, जिसे फेविपिराविर का ट्रायल करने की परमिशन मिली है। मुंबई स्थित कंपनी ने देर से क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया है और जुलाई या अगस्त तक स्टडी के परिणाम की उम्मीद है।
Favipiravir को जापान के Fujifilm Holdings Corp की एक इकाई द्वारा ब्रांड नाम Avigan के तहत निर्मित किया गया है और 2014 में देश में फ़्लू के दवा के रूप में उपयोग करने के लिए स्वीकृति दी गई थी। हालांकि, क्योडो न्यूज ने बताया कि अभी तक एविगन द्वारा किये गये कुछ क्लिनिकल ट्रायल्स में कोरोना वायरस के उपचार के कोई संकेत नहीं है।