बहादुरगढ़। बहादुरगढ़ में एक नर्स के कोरोना पॉजीटिव मिलने का समाचार है। झज्जर जिले का यह पहला पॉजिटिव केस है। महिला दिल्ली के एक अस्पताल में बतौर नर्स कार्यरत है। वहीं अपनी ड्यूटी पर आ-जा रही थी। महिला की तबीयत बिगडऩे पर बुधवार देर रात को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। महिला के पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन में चिंता है। अब महिला के पूरे परिवार का सैंपल लिया जाएगा। वहीं सभी को आइसोलेट भी कर दिया गया है। झज्जर जिलाधीश ने पूरे एरिया को सील कर दिया है। जानकारी में सामने आया है कि महिला नर्स दिल्ली के अस्पताल में सोनीपत के संक्रमित सब इंस्पेक्टर की देखभाल कर रही थी। बता दें कि शहर के बस स्टैंड के पास स्थित एक कॉलोनी में रहने वाली महिला ने बुधवार रात को जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम में फोन कर खुद को कोरोना पॉजीटिव बताया था, जिस पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम दौड़ पड़ी थी। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम से महिला ने दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराने की मांग की। महिला ने बताया कि वह दिल्ली के एक अस्पताल में नर्स है। उसका 6 अप्रैल को सैंपल लिया गया था। अब उसकी रिपोर्ट आई है, जो कोरोना पॉजीटिव है। इसीलिए वह दिल्ली के अस्पताल में भर्ती होना चाहती है। मगर मौके पर पहुंची पुलिस उसे बहादुरगढ़ में भर्ती होने की बात कह रही थी। मगर महिला की मांग पर काफी देर बाद उसे दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराने के लिए एम्बुलेंस भेज दी गयी। अब वह दिल्ली के अस्पताल में भर्ती है। सीएमओ रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि एक महिला ने खुद को कोरोना पॉजीटिव बताकर कंट्रोल रूम में फोन किया था। एम्बुलेंस मौके पर गयी है। महिला पॉजीटिव है इस बारे में रिपोर्ट आने के बाद ही पता चला। वहीं गुरुवार को उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि नर्स पॉजिटिव है और सारे एरिया को सील कर दिया है। इस पत्र में सख्ती से व्यवस्था बनाने के आदेश दिए गए हैं तो नर्स के संपर्क में आने वाले सभी लोगों की पहचान कर जांच और आइसोलेट करने के निर्देश दिए गए हैं। हाल में ही पुलिस में बतौर एसआई कार्यरत सोनीपत के एक व्यक्ति को कोरोना हो गया था। ब्रेन स्ट्रोक होने के कारण इन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यहां ये कोरोना से संक्रमित हो गए। इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई थी। एसआई की देखभाल करने वाले स्टाफ में बहादुरगढ़ की नर्स भी थी। वहीं एसआई के बेटे को भी कोरोना संक्रमण हो चुका है और इलाज चल रहा है।