नई दिल्ली। कोरोना वायरस का टीका आने में अभी कुछ दिन शेष हैं, लेकिन सरकार ने टीकाकरण की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा दिया है। अब देश में घर-घर जाकर सर्वे शुरू हो चुका है। दरअसल डॉ लोकेश शर्मा ने बताया कि गुजरात में सर्वे गुरूवार से शुरू हो रहे इस सर्वे को दो चरणों में विभाजित किया गया है।
एक चरण में वरिष्ठ नागरिकों की पहचान की जाएगी और दूसरे चरण में मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसे रोगों से ग्रस्त रोगियों की पहचान होगी। साथ ही राष्ट्रीय टास्क फोर्स के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि टीका को आपात इस्तेमाल की अनुमति मिलने वाली है। इसमें करीब एक सप्ताह का वक्त लग सकता है। इसके बाद टीके का आपात स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकेगा। गौरतलब है कि इस सर्वे के तहत लोगों की पहचान की जा रही है जिन्हें टीका आने के बाद पहली डोज दी जाएगी।
इनमें 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग शामिल हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक विभिन्न राज्यों में घर-घर जाकर सर्वे शुरू हो चुका है। आईसीएमआर के डॉ लोकेश शर्मा ने बताया कि टीकाकरण के पहले चरण के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों और सुरक्षा जवानों को टीका दिया जाना है। इन लोगों का डेटा तैयार हो चुका है। दरअसल स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि टीम घर-घर जाकर लोगों की जानकारी ले रही है।
साथी ही उनके फोन नंबर और पता इत्यादि भी फॉर्म में भर रही है। जिससे टीकाकरण शुरू होते ही संपर्क किया जा सके।इसलिए लोगों से अपील है टीकाकरण को लेकर पंजीयन के लिए सही फोन नंबर देना जरूरी है। ऐसा न करने से सिर्फ उनतक पहुंच आसान होगी बल्कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उन्हें उपचार भी उपलब्ध कराया जाएगा। बतादे कि गुजरात में दिसंबर के बीच तीन दिन के लिए सर्वे शुरू होगा।
वहीं उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में अगले सप्ताह सर्वे शुरू होगा। छत्तीसगढ़, बिहार और राजस्थान में सर्वे शुरू हो चुका है। इसका मतलब ये है कि जिन लोगों को संक्रमण का खतरा ज्यादा है उन्हें टीका पहले दिया जाएगा। सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को है। इसलिए सर्वे के माध्यम से यह जानकारी एकत्रित की जा रही है।