राजसमंद। चिकित्सा विभाग ने गांव-ढाणी में बगैर मान्यता चल रहे क्लीनिक बंद करने के आदेश जारी किए हैं। स्वास्थ्य कार्यकर्ता की आड़ में इलाज के नाम पर लोगों की जान जोखिम में डालने का मामला संज्ञान में आने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने विशेष निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता फस्र्ट एड या स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ही अधिकृत हैं।
गौरतलब है कि चिकित्सा विभाग, पुलिस व प्रशासन की उदासनीता के चलते गांवों में अवैध तरीके से क्लीनिकों के संचालन और इनके इलाज से कई लोगों की मौत होने और कई की जान पर बन आने की गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई थी। इसके बाद हरकत में आए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने राजसमंद के साथ ही खमनोर, रेलमगरा, आमेट, कुंभलगढ़, देवगढ़ व भीम खंड चिकित्सा अधिकारी को विशेष निर्देश जारी किए। बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता के साथ ही इलाज के बहाने लोगों की सेहत से खेलने वाले तमाम गैर मान्यता प्राप्त डॉक्टरों की धरपकड़ के निर्देश जारी किए गए। राजसमंद के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पंकज गौड़ ने बताया कि लोगों की जान जोखिम में डालने वाले सभी अमान्यता प्राप्त डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए खंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दे दिए हंै। इसके लिए टीम पहले से गठित है। बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता फस्ट एड दे सकते हैं लेकिन मेडिकल व क्लीनिक गैरकानूनी है।