इंदौर। शैल्बी अस्पताल की एक्सपायर हो चुकी दवाइयों को कमरों में भरकर रखने और फिर पास ही खुले में ही जलाने के आरोपी पर 5 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है।
जानकारी अनुसार नगर निगम को शैल्बी अस्पताल के पीछे स्थित रेसकोर्स रोड कॉलोनी के लोगों ने दवाइयां जलाने की शिकायत की थी। इस पर निगमायुक्त मनीष सिंह ने खुद मौके पर जाकर देखा तो बड़ी संया में एक्पायर्ड सिरप और अन्य दवाइयां बड़े-बड़े बोरों में भरकर रखी हुई थी। यहां पर दवाइयां जलाने के निशान भी मिले। यह दवाइयां भंवरलाल मोतीलाल जैन ने यहां जमा कर रखी थी।
निगमायुक्त ने जैन से पूछताछ की तो उसने बताया कि उनकी फैक्ट्री भी है। चर्चा है कि पार्षद का फोन आने के बाद निगमायुक्त नरम पड़ गए और आगे की कार्रवाई का जि मा खाद्य व औषधि प्रशासन विभाग पर डाल दिया। इसके बाद खानापूर्ति करते हुए निगमायुक्त ने आरोपी जैन पर केवल 5 हजार रुपए का स्पॉट फाइन लगाया।
इस बारे में पार्षद टीनू जैनने बताया कि आरोपी बनाए गए जैन मेरे दूर के रिश्तेदार हैं। उन्होंने मेरी फोन पर अफसरों से बात कराई थी। मैंने उन्हें नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए कहा था। कोई दबाव नहीं बनाया। बता दें कि खुले में दवाओं को जलाना वायु प्रदूषण की श्रेणी में आता है। इस मामले में नगर निगम व प्रदूषण बोर्ड को भी सूचना देनी थी, किंतु निगम की ओर से उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। दवाओं में आम आदमी के लिए हानिकारक केमिकल भी हो सकते हैं, जिसके धुएं से क्षेत्रीय रहवासियों का गंभीर नुकसान पहुंचने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।