नई दिल्ली। गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाले लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए चलाई गई  ‘आयुष्मान भारत’ योजना परवान चढऩे से पहले ही फर्जीवाड़े की शिकार हो गई है। इस योजना के तहत लाभार्थी की सूची में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना का परिवार, पूर्व विधायक सलिल बिश्नोई, अजय कपूर और प्रमुख उद्योगपति विजय कपूर के परिवार का नाम दर्ज है। हालांकि जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि सत्यापन में जो गड़बड़ी हुई है, उसकी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
 गौरतलब है कि सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना के रूप में हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आयुष्मान भारत’ योजना शुरू की है। इसमें गरीब परिवारों को पंजीकृत कर पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जानी है। मगर, लाभार्थी चयन में अभी से फर्जीवाड़ा शुरू हो चुका है। इस कार्य में लगी सरकारी मशीनरी अपनी मर्जी से लाभार्थियों के नाम जोड़ रही है। आयुष्मान योजना की सूची में प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और उनके परिवार का नाम शामिल होना पाया गया है। यही नहीं, कांग्रेस पार्टी से लगातार तीन बार विधायक रहे अजय कपूर और शहर के प्रमुख उद्योगपति विजय कपूर के परिवार के साथ बीजेपी के पूर्व विधायक सलिल बिश्नोई का भी नाम जुड़ गया।
इस पूरे मामले की जानकारी होते ही सतीश महाना, अजय कपूर व सलिल बिश्नोई ने जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत और मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला को पत्र लिख कहा है कि वह और उनका परिवार आयुष्मान योजना की पात्रता सूची में नहीं आते हैं। इस कारण सूची से नाम तो कटवाएं ही, साथ ही इस पूरी सूची की जांच करवाएं और ऐसे जितने भी अपात्र इस सूची में है, उनके नाम कटवाकर पात्र लोगों को इसमें शामिल करें ताकि आमजनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ मिल सके। इस पर जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने मामला प्रकाश में आने पर कहा कि आयुष्मान योजना के लाभार्थियों की सूची में लापरवाही बरती गयी है, जो क्षम्य नहीं है। आयुष्मान योजना की तैयार सूची का सत्यापन त्रिस्तरीय स्तर पर कराई जाएगी और दोषी कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।