अम्बाला। ई-कामर्स कंपनी अमेजन द्वारा किसी को भी बिना डॉक्टरी पर्ची के गर्भपात की दवा उपलब्ध करवाना ग्राहक को पेरासिटामोल उपलब्ध करवाने समान हो गया है। महाराष्ट्र में अमेजन द्वारा अनवांटेड किट की खुलेआम बिक्री का मामला सामने आने पर वहां के एफडीए ने अमेजन के विरूद्ध कार्रवाई शुरू कर दी। कुछ समय पूर्व अमेजन द्वारा एमटीपी किट बिना प्रिस्क्रिप्शन के विक्रय करने का मामला सामने आने पर अमेजन पर विभाग ने एफआईआर दर्ज करवाई तो अब ऑनलाइन अनवांटेड किट बेचना शुरू कर दिया। एफडीए ने अब अमेजन के विरूद्ध कड़ा कदम उठाने का मन बना लिया। मेडिकेयर न्यूज प्रतिनिधि ने अम्बाला कार्यालय के एड्रेस पर फर्जी नाम से एक अनवांटिड किट का आर्डर किया, वो भी पेमेंट ऑन डिलीवरी का ऑप्शन भरकर । ऑर्डर मिलते ही ऑनलाइन सन्देश आने शुरू हो गए कि 29 जुलाई 2019 तक दिया गया ऑर्डर का सामान पहुंच जाएगा और तय समय पर पहुंचा भी।
कोरियर बॉय के पहुंचते ही सारा वाक्या मोबाइल वीडियो के माध्यम से कैद भी किया। ऑर्डर एक किट का था लेकिन आई 2 किट। पैसे भी 2 कीट के हिसाब से 459&2=918 रुपए का भुगतान कर ले ली और ऑर्डर से डिलिवरी तक की सारी जानकारी समय-समय पर एफडीए हरियाणा के मुख्यालय तक पहुंचाई भी। यहां कह सकते हैं कि नशे पर नकेल डालने में लीन विभाग अनवांटेड किट के मामले में कार्रवाई करना शायद भूल ही गया, क्योंकि अमेजन के कार्यालय गुरुग्राम से कोरियर चलते हैं। वहां कार्यवाही का सीधा अर्थ है अमेजन के हरियाणा से पांव उखाडऩा। सम्भवत: अमेजन ने अपने आकाओं से एफडीए हरियाणा को सन्देश पहुंचा दिया होगा कि गुरुग्राम को मत छेडऩा।
यहां सवाल उठना लाजिमी है कि जब अमेजन गर्भपात की दवा खुलेआम बेच रही है तो नींद व नशे में प्रयोग होने वाली दवाइयां भी तो खुलेआम बेचती ही होगी। एफडीए ने नशे के विरुद्ध अभियान छेड़ा ही है तो फिर अमेजन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही।