पीलीभीत : पीलीभीत के यूनानी डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद आठ माह की बच्ची के मौत का मामला सामने आय़ा था। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट तैयार कर ली है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम को जांच के दौरान क्लीनिक पर काफी अधिक मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां और इंजेक्शन मिली हैं। दरअसल डॉ. सलीम व डॉ. बिलाल के पास बीयूएमएस डिग्री है जोकि यूनानी विधि से उपचार की अनुमति देती है।

इस रिपोर्ट में यूनानी डॉक्टर द्वारा किए गई इलाज को अवैध बताया गया है। सीएमओ डॉ. आलोक कुमार के आदेश पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. हरिदत्त नेमी ने नगर चिकित्साधिकारी डा. आरके सिंह के साथ मुआयना कर रिपोर्ट तैयार कराई।

मुहम्मद अजीज आठ माह के पुत्र मुरादी को तेज बुखार आने के बाद डॉ. सलीम व डॉ. बिलाल के क्लीनिक पर लेकर गए थे। जिसके बाद इलाज के दौरान बच्चे को एक इंजेक्शन लगाया गया जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई थी।