सिवनी -चांपा : छत्तीसगढ़ के सिवनी गांव में भी नशीली दवाओं ता इस्तेमाल बड़ी तेजी से होने लगा है। किशोर व युवाओं को नशे की इतनी लत लग गई है। यहां खांसी व नींद की दवा का उपयोग किशोर व युवा नशे के रुप धडल्ले से कर रहे हैं।

वे खांसी की दवा कोरेक्स व फैंसीडील सिरप को भी नशे के रूप में सेवन करने लगे हैं। यह दवाएं शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से मिल जाती है।

शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में नशीली दवाईयों का कारोबार फलफूल रहा है। जबकि ड्रग निरीक्षक की टीम काले कारोबार से अंजान है।

नशीली दवाओं की बिक्री में बेतहाशा फायदा होने के कारण अब लोग घरों में भी इसकी बिक्री धडल्ले से करने लगे हैं।

चांपा और सक्ती में जब्त बडी मात्रा में नशीली दवा इस बात का प्रमाण है कि लोग इन दवाओं का उपयोग बडे पैमाने पर नशे के लिए कर रहे हैं।

जबकि इन दवाओं के उपयोग से लोगों को पता नहीं चलता और तलब भी पूरी हो जाती है। यह आसानी से मिल जाता है।
इन दवाओं की मांग में बढोतरी के चलते इसके भाव में भी इजाफा हुआ है। इसी तरह नींद की दवा नाइट्रोवेट टेन, अल्प्राक्स का भी नशे के रूप में सेवन किया जा रहा है।