झारखंड के गिरिडीह में नशीली दवाओं के साथ  पुलिस ने एक मेडिकल संचालक को गिरफ्तार किया है। रविवार को आरोपी मेडिकल संचालक शिव चरण कुमार को जेल भेज दिया गया है। पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी ने की खुलासे किए हैं। एसडीपीओ अनिल सिंह और ड्रग इंस्पेक्टर अरुण साहा और मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान ने बताया कि ने नशीली दवाओं के कारोबार में शिव चरण कुमार के साथ अन्य लोग भी शामिल हैं।

शनिवार के दिन हुई गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से नशीली दवाओं के 10 डिब्बे जब्त किए गए। इन डिब्बों में 2472 नशीली कैप्सूल रखी हुई थी। इन कैप्सूलों की बाजार कीमत 5 हजार रुपए आंकी गई है। ड्रग इंस्पेक्टर अरुण साहा ने कहा कि 8 रुपए की कीमत वाले इस एक कैप्सूल के सेवन से ही नशा हो जाता है।

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आरोपी शिव चरण कुमार ने पुलिस को बताया कि गिरिडीह के इंदिरा कॉलोनी के अवैध दवा कारोबारी वीरेंद्र जायसवाल इस पूरे सिंडिकेट का मास्टर माइंड है। वो ही युवाओं के जरिए ऐसी नशीली दवाओं के स्टॉक को डिमांड के अनुसार सप्लाई करता था। फिलहाल वीरेंद्र जयसवाल ऊर्फ बच्चू जायसवाल  मौके से फरार है। उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

बच्चू जायसवाल पटना के गोविंद मित्रा रोड से इन नशीली दवाओं का कारोबार करता था और डिमांड के अनुसार इन दवाओं को मंगवाता था। 2005 में भी बच्चू जायसवाल के खिलाफ नशीली दवाओं के काले कारोबार के संबंध में मामला दर्ज हो चुका है।