पश्चिम बंगाल की सिलीगुड़ी में एक नर्सिंग होम में 15 साल की एक छात्रा की मौत के बाद उसके परिजनों ने जमकर बवाल काटा। काफी संख्या में लोग मृत छात्रा के परिवार वालों के साथ पहुंचे और अस्पताल पर धावा बोल दिया।

नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मौके पर पुलिस को स्थिति नियंत्रित करना पड़ा। बताया गया कि छात्रा की मौत डेंगू से हुई थी, जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र पर मौत के कारणों का डेंगू का उल्लेख नहीं किया गया है।

परिजनों का आरोप है कि बच्ची डेंगू से पीड़ित थी इसकी चिकित्सा के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जानकारी अनुसार कक्षा दसवीं की छात्रा को 13 सितंबर को इसी नर्सिंग होम में एडमिट कराया गया था, जहां उसकी डेंगू की जांच पॉजिटिव पाई गई थी।

जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र पर उसकी मौत का कारण वायरल फीवर समेत अन्य संक्रमण बताया गया है। छात्रा के चाचा राजकुमार वर्मा ने नर्सिंग होम के संचालकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब नर्सिंग होम ने ही डेंगू से पीड़ित होने की पुष्टि की तो फिर वायरल बुखार से मौत कैसे हो सकती है।

उसका प्लेटलेट की संख्या गिर गया 25000 हो गए थे। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि नर्सिंग होम गलती को सुधार करते हुए प्रमाण पत्र पर मौत के सही कारणों का उल्लेख करें।

इस बारे में दार्जिलिंग जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी गई है मामले की जांच के लिए दौरा करेगी।