अलीगढ़। मरीजों को सस्ती जेनरिक दवा उपलब्ध कराने के लिए खोले गए जन औषधि केंद्रों की पोल एडी हेल्थ के सामने खुल गई। जिला अस्पताल पहुंचे एडी हेल्थ को केंद्र में ब्रांडेड दवा बिकती मिली। न कोई फार्मासिस्ट था, न मरीजों को बिल दिया जा रहा था। एडी ने बाहर के लिए लिखी दवा की पर्चियां भी पकड़ीं, जिन पर दिखावे के लिए जन औषधि केंद्र की मुहर लगी थी। एडी ने ब्रांडेड दवा के 12 डिब्बे सील कराते हुए केंद्र संचालक व आयुष चिकित्सकों को हड़काया। संचालक के खिलाफ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

एडी हेल्थ डा. एसके उपाध्याय दोपहर करीब 12 बजे जिला अस्पताल के कोविड टीकाकरण केंद्र का जायजा लेने पहुंचे। सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय व डीएमओ डा. राहुल कुलश्रेष्ठ भी उनके साथ थे। सीएमओ के अनुसार यहां संचालित जन औषधि केंद्र के बंद रहने व बाहर की दवा बिकने की शिकायतें मिल रही थीं। एडी हेल्थ के साथ केंद्र का निरीक्षण किया तो वहां सरकारी जेनरिक दवा के अलावा नामचीन कंपनियों की एंटी वायरल, एंटी बायोटिक व अन्य दवा के 12 डिब्बे बरामद हुए। केंद्र पर कोई फार्मासिस्ट नहीं मिला।

तीन-चार बाहरी व्यक्ति मरीजों को दवा दे रहे थे। कुछ ऐसी पर्चियां मिलीं, जिन पर जन औषधि केंद्र की मुहर लिखी थी। दवा केंद्र पर मिलने वाली नहीं थी। मुहर केवल पकड़े जाने पर बचाव के लिए ही थी। सीएमओ ने बताया कि बाहर की दवा लिखने वाले चिकित्सकों को तलब किया गया तो इनमें से एक होम्योपैथी चिकित्सक फरार हो गए। दो चिकित्सक ही हाजिर हुए। मौके पर मिली पर्चियां इनमें से एक डाक्टर की लिखी हुई थीं। उन्होंने इसे स्वीकार भी किया। डाक्टरों से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। दवा को सील कराकर एडी अपने साथ ले गए। औषधि निरीक्षक को भी पत्र लिखेंगे।