बर्लिन: जर्मनी में सिलसिलेवार हत्याओं का मामला प्रकाश में आया है। इसमें एक पुरुष नर्स ने 90 लोगों को जहर के इंजेक्शन देकर सदा के लिए मौत की नींद सुला दिया। ब्रेमेन शहर के डेलमेनहॉस्र्ट अस्पताल में नर्स का काम करने वाले नील्स हेजेल (40) की ड्यूटी इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में थी। वहीं, दो मरीजों की हत्या और कई की हत्या के प्रयास में दोषी पाए जाने पर उसे फरवरी 2015 में उम्रकैद की सजा दी। इन मामलों के अतिरिक्त पुलिस ने शक के आधार पर उन स्थानों पर हुई मौतों की भी जांच की, जहां दस साल के दौरान नील्स की ड्यूटी रही थी।

पुलिस रिपोर्ट में बताया गया है कि नील्स पर 90 हत्याओं का पुख्ता शक है। जर्मनी में युद्ध के बाद का यह सबसे बड़ा और खास तरह से हत्या का मामला है। मुख्य पुलिस जांचकर्ता अर्न स्मिथ का कहना है कि नील्स ने ये हत्याएं अचानक बिना कोई योजना बनाए कीं। उसने इस दौरान गंभीर रूप से बीमार लोगों को अपना शिकार बनाया। फिलहाल 90 लोगों की हत्या किए जाने के सुबूत मिले हैं। कुछ ऐसे मामले भी हैं जिनके सबूत नहीं मिल सके हैं। हेजेल ने माना है कि वह गंभीर रूप से बीमार मरीज को जहरीला इंजेक्शन लगाता था। इससे उसका हार्ट फेल हो जाता था या रक्त संचार तंत्र काम करना बंद कर देता था। इसके बाद नील्स दिखावे के तौर पर मरीज का हार्ट पंप करने लगता या उसे अन्य तरह की चिकित्सा सुविधाएं देने लगता था। मुख्य जांचकर्ता ने बताया कि 130 शवों को कब्र से निकालकर उनका परीक्षण कराया गया। जांच में ज्यादातर की मौत जहरीला की अत्यधिक मात्रा से होना पाया गया।