लखनऊ। गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए लगाया जाने वाला इंजेक्शन जांच में फेल मिला है। उप्र. मेडिकल सप्लाइज कारपोरेशन लिमिटेड ने सभी जिलों के सीएमओ को पत्र लिखकर इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है और इंजेक्शन को वापस मंगाने के निर्देश दिए है।
गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में दवा सप्लाई की जिम्मेदारी उप्र. मेडिकल सप्लाइज कारपोरेशन लिमिटेड की है। 24 जनवरी 2019 को हरियाणा की मेसर्स अलायन्स बायोटेक लिमिटेड कंपनी ने आयरन सुक्रोज कंटेनिंग फेरिक हाइड्रोऑक्साइड ऐस कम्पलेक्स विद सुक्रोज ईक्यू टू एलीमेंट आयरन इंजेक्शन की आपूर्ति की थी। इस इंजेक्शन का बैच नम्बर एएजी 093 है। मेसर्स अलायन्स बायोटेक लिमिटेड कंपनी ने यह दवा सीएमओ के औषधि भंडारों में सप्लाई की थी। आयरन के इंजेक्शन की गुणवत्ता परखने के लिए कारपोरेशन ने लखनऊ स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के वेयर हाउस से दवा के सैंपल लिए थे। जांच रिपोर्ट के बाद इंजेक्शन के वितरण पर कारपोरेशन ने रोक लगा दी है। साथ ही स्वास्थ्य इकाइयों को इंजेक्शन वितरण न करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन अस्पतालों में संबंधित बैच की दवा है, उसे वापस करने का भी आदेश दिया गया है।