रूस। दुनियाभर में कोरोना का कहर मचा हुआ है। जिससे हर कोई परेशान है। और इसी कड़ी में कई देश वैक्सीन बनाने में जुटे हुए है। ध्यान देने वाली बात तो ये है कि जो भी देश वैक्सीन बना रहे है। वो सिर्फ इंसानों के लिए ही वैक्सीन बना रहे है ,लेकिन रूस अब जानवरों के लिए वैक्सीन बनाने में जुटा हुआ है। बता दें कि उत्तरी एशिया से लेकर पूर्वी यूरोप तक फैला रूस अब कुत्ते, बिल्ली और लोमड़ी समेत कई जानवरों के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन तैयार कर रहा है। इस तरह के जानवरों के लिए यह दुनिया का पहला कोरोना वायरस वैक्सीन होगा। रूस के कृषि सुरक्षा की निगरानी से जुड़े एक संस्था ने इस बारे में जानकारी दी है. इस वैक्सीन का नाम कार्निवैक-कोव रखा गया है। रूस के तास न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि वेटरीनरी और फाइटोसैनिटरी सर्विलांस के वैज्ञानिक इस वैक्सीन को तैयार कर रहे है।

कोविड-19 महामारी को लेकर शुरू से कहा जा रहा है कि यह संक्रमण चमगादड़ से इंसानों में फैला है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने किसी दूसरे माध्यमों को भी खारिज़ नहीं किया है। दुनियाभर में कई ऐसे मामले आ चुके हैं, जहां यह संक्रमण चिड़ियाघरों में रखे गए जानवरों से लेकर मिंक फार्म तक में पाया गया है। मिंक मांसभक्षी स्तनपायी जानवर होते हैं।

अभी तक यह भी साफ नहीं हो सका है कि आखिर कितनी आसानी से कोरोना वायरस संक्रमण इंसानों और जानवारों में फैल रहा है। लेकिन डेनमार्क समेत यूरोप के कई देशों के मिंक फार्म से इस बीमारी के फैलने की खबरें आ चुकी हैं। इसके बाद संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए ऐसे लाखों जानवरों को एहतियातन मारना पड़ा है। वैज्ञानिकों में विशेष तौर पर म्यूटेंट वेरिएंट को लेकर चिंता देखने को मिल रही है। ये वेरिएंट मिंक समेत उन कई जानवरों में पाया जा रहा है जो इंसानों के संपर्क में आ रहे हैं।

गौरतलब है कि रूस अब तक इंसानों के लिए इमरजेंसी बेसिस पर तीन कोरोना वायरस वैक्सीनों को मंजूरी दे चुका है। रूस के कोनस्टैन्टिन सावेनकोव के डिप्टी हेड रूजेलकोह्नाज़ोर ने पिछले हफ्ते कहा था कि जानवरों में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के​ लिए यह दुनिया का पहला वैक्सीन होगा। इसी महीने के दौरान बड़ी संख्या में इस वैक्सीन का उत्पादन किया जाएगा। हालांकि, एजेंसी ने यह जानकारी नहीं दी है कि आखिर कब तक यह वैक्सीन मार्केट में आएगा। अमेरिका के न्यू जर्सी स्थित वेटरीनरी फार्मा कंपनी ज़ोएटिस और दक्षिण डाकोटा स्थित मेडजीन लैब्स भी मिंक समेत अन्य जानवरों के लिए कोरोना वायरस वैक्सीन तैयार करने का दावा कर चुके हैं।

रूस के वैज्ञानिकों ने पिछले साल अक्टूबर में ही कुत्ते, बिल्ली, लोमड़ी और मिंक में इस वैक्सीन का ट्रायल शुरू किया था। अब इस वैक्सीन को अप्रैल महीने में बड़े स्तर पर तैयार किया जा रहा है। ट्रायल के रिजल्ट के आधार पर दावा किया जा रहा है कि यह वैक्सीन सुरक्षित है और जानवरों में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहा है। कहा जा रहा है कि इस वैक्सीन की मदद से जानवरों में एंटीबॉडी प्रतिरोधक क्षमता 6 महीनों के लिए होगी।

सावेनकोव एजेंसी का कहना है कि ग्रीस, पोलैंड और ऑस्ट्रिया के डोमेस्टिक एनिमल-ब्रीडिंग एंटरप्राइज और कॉमर्शियल फर्म्स इस वैक्सीन को खरीदने की योजना बना रहे हैं। जबकि, अमेरिका, कनाडा और सिंगपुर की भी कुछ कंपनियों ने Carnivak-Cov में रुचि दिखाई है. रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन को अब तक अमेरिका और यूरोप में मंजूरी नहीं मिली है।