उरई। जिला अस्पताल में दस तरह की जरूरी दवाएं नहीं होने मरीजों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई दिनों से नदारद इन दवाओं के संबंध में लोगों ने अस्पताल प्रशासन ने गुहार लगाई है। दवा नहीं मिलने से लोगों को मजबूरी में बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं। गौरतलब है कि जिला अस्पताल में इस समय चर्मरोग के लिए बीबी (बैनजुअल बैनजुएट) लोशन व फ्लूकोनाजोल जैसी दवाएं भी नहीं आ रही है।

जिसकी वजह से भार मेडिकल स्टोर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। तो वहीं सीएमएस जिला अस्पताल -डॉ. अजय कुमार सक्सेना ने बताया कि जिला अस्पताल में जो भी दवाएं नहीं है। उसका डाटा कलेक्ट किया जा रहा है। एक सप्ताह के अंदर सभी दवाएं मंगा ली जाएंगी। जिससे मरीजों को आसानी से मिल सके। गौरतलब है कि सरकार की मंशा पर जिम्मेदार अधिकारी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं।

मौसम में बदलाव के चलते इन दिनों अस्पताल में रोजाना हजार से 1200 के करीब मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकतर मरीज वे होते हैं, जिन्हें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, बुखार, खांसी, नाक, कान, गला व पेट संबंधी बीमारी की समस्या होती है। जिला अस्पताल में मुफ्त में इलाज की आस लिए मरीज पहुंचते तो हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनकी यह आस टूट जाती है।

वजह अस्पताल में सर्वाधिक जरूरत वाली दस से अधिक तरह की दवाइयां ही नहीं है। मजबूरन लोगों को बाहर से मेडिकल स्टोर पर महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही है। इनमें कई दवाएं तो ऐसी हैं जिन्हें खत्म हुए छह माह से अधिक वक्त बीत चुका है, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इन्हें मंगवाने की सुध नहीं ली।