डिंडौरी। जिला अस्पताल से भारी मात्रा में अल्प्राजोलम दवा गायब होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। गायब हुई दवाइयां बेहोशी और नशे के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। इस लापरवाही के आरोप में दो फार्मासिस्ट को सस्पेंड कर दिया गया है।
जानकारी अनुसार, जिला अस्पताल के औषधि केंद्र में भारी मात्रा में अल्प्राजोलम दवा की खरीदी हुई थी। ये दवाइयां मरीजों को बेहोश करने के साथ नींद के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। पता चला कि दवा स्टोर से वितरण केंद्र के बीच बड़ी मात्रा में दवा गायब कर दी गई। इस मामले में कलेक्टर विकास मिश्रा ने लापरवाही के आरोप में दो फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है। वहीं विस्तृत जांच के बाद जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की भी तैयारी है।
बड़ा रैकेट शामिल होने के संकेत
जिला पंचायत सीईओ विमलेश सिंह ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर लापरवाही सामने आई है। फिलहाल फार्मासिस्ट ज्योति धुर्वे और अभिलाषा मरकाम को निलंबित किया गया है। जिला अस्पताल से संवेदनशील दवा के बड़ी मात्रा में गायब होने से बड़ा रैकेट संचालित होने के आरोप लग रहे हैं।
बिना डॉक्टर के लिखे संवेदनशील दवा गायब हुई हैं। साढ़े आठ हजार से अधिक दवा गायब होने के आरोप सामने आए थे। जांच के बाद सात सौ से अधिक दवा गायब होना पाया गया है। गौरतलब है कि शासन द्वारा संबंधित दवा को लेकर सख्ती बरती गई है। जिला अस्पताल से भी दवा उन्हीं मरीजों को मिलेगी, जिसे डॉक्टर अति आवश्यक समझते हैं। संबंधित दवा लेने वाले मरीजों के नाम व पते भी लिखे जाएंगे।
दवा बाजार में बेचने की आशंका
जिला अस्पताल से भारी मात्रा में संवेदनशील दवा गायब कर बाजार में भी बेचने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि संबंंधित दवा मेडिकल स्टोर में भी बिना डॉक्टर की पर्ची के मिलना मुश्किल होता है। संवेदनशील दवा अस्पताल से गायब कर बाजार में भी बेचने की स्थिति बन सकती है। बताया गया कि यह दवा नशे के लिए भी इस्तेमाल होती है। ऐसे में संभावना है कि अस्पताल से दवा गायब कर नशीले पदार्थ बेचने वाले रैकेट तक पहुंचाया गई हो। फिलहाल मामले की गहन जांच कराई जा रही है।
एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी : मिश्रा
डिंडौरी के कलेक्टर विकास मिश्रा ने कहा कि यह गंभीर मामला है। संवेदनशील दवा बड़ी मात्रा में जिला अस्पताल से गायब होने की जांच कराई गई। जांच में मनमानी सामने आई है। दो फार्मासिस्टों को निलंबित कर दिया है। इस मामले में विस्तृत जांच के बाद जिम्मेदारों के विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
अल्प्राजोलम दवा मिली गायब
उधर, वरिष्ठ चिकित्सक डा. धनराज सिंह ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर जांच की गई। बड़ी मात्रा में बेहोशी और नींद में काम आने वाली दवा गायब मिली हैं। अल्प्राजोलम दवा का इस्तेमाल नशे में भी किया जाता है। साढ़े आठ हजार से अधिक दवा गायब होने का मामला सामने आया था। जांच में सात सौ से अधिक दवा बिना रिकार्ड के गायब मिलींं हैं।