नई दिल्ली: झारखंड और गुजरात में नए एम्स बनाए जाने की घोषणा के साथ ही वित्तमंत्री अरुण जेटली की पोटली से देश के बुजुर्गों का स्वास्थ्य दुरुस्त रखने के लिए हेल्थ कार्ड भी निकला, जो आधार कार्ड जुदा होगा। बजट भाषण में जेटली ने बताया कि सरकार देश के सभी वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है। देखने में आया है कि कई दफा पारिवारिक रिश्तों के झोल में बुजुर्गों को भारी आर्थिक परेशानी उठानी पड़ती है। उम्र के आखिरी पड़ाव में शारीरिक कमजोरी के चलते बीमारियां घर कर लेती है। उचित देखभाल और इलाज के अभाव में बुजुर्गों का दर्द असहनीय हो जाता है। लेकिन सरकार स्वास्थ्य कार्ड की योजना बना रही है। इस स्वास्थ्य कार्ड में संबंधित वरिष्ठ नागरिक के स्वास्थ्य की सारी जानकारी होगी। सरकार इस कार्ड के जरिए देश के वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य पर और अधिक ध्यान देना चाहती है। उन्होंने कहा कि 2025 तक टीबी और 2018 तक चेचक खत्म करेंगे।