हिमाचल : प्रदेश के मादक पदार्थ नियंत्रण (नारकोटिक्स कंट्रोल) ब्यूरो ने नालागढ़ की विशेष अदालत में जैनेट फार्मा कंपनी के मालिक दिनेश बंसल और प्रबंधक सोनू के खिलाफ चालान पेश किया है।
जांच में गवाहों और सबूतों के आधार पर इस बात का खुलासा हुआ कि में फर्जी मुहर और जाली बिलों से करोड़ों रुपये की प्रतिबंधित दवाएं कई राज्यों में बेंची गई है।
पुलिस जांच के अनुसार बंसल के कार्यालय में दवाओं के फर्जी दस्तावेज और अन्य कंपनी की नकली मुहर मिली है। बिना परमिट दवाओं को इधर से उधर भेजा गया है। इसके लिए निजी वाहनों का इस्तेमाल किया गया है।
साक्ष्यों के साथ भी छेड़छाड़ की गई है। दो साल के भीतर प्रतिबंधित दवाओं का यह कारोबार 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का बताया जा रहा है।
यह भी पता चला है कि 2018-19 में पंजाब में ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के उल्लंघन पर जैनेट कंपनी का थोक दवा लाइसेंस रद्द किया गया था।