जबलपुर। औषधि प्रशासन को झूठा शपथ पत्र देकर ड्रग लाइसेंस हथिया लेने का मामला प्रकाश में आया है। नामी फार्मा इप्का कंपनी में कार्यरत दवा प्रतिनिधि कृष्णपाल सिंह ने औषधि प्रशासन को झूठा शपथ पत्र देकर ड्रग लाइसेंस हथिया लिया। जब मध्य प्रदेश फार्मासिस्ट संघ के एक्टिविस्ट ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि मनमोहन नगर स्थित केयर मेडिकल स्टोर पर कई वर्षों से मिलीभगत कर दवा व्यापार किया जा रहा है। फार्मासिस्ट ने अपना पीसीआई सर्टिफिकेट किराये पर दिया हुआ है। दवा प्रतिनिधि कृष्णपाल सिंह ने बकायदा खाद्य एवं औषधि विभाग को 100 रुपए के शपथ पत्र में लिखित में बताया हुआ है कि मैं कहीं भी सरकारी या गैरसरकारी कर्मी के रूप में कार्यरत नहीं हूं और दवाओं का रखरखाव, दवा वितरण मेरे द्वारा किया जाएगा। लेकिन सच्चाई सामने आई है कि कृष्णपाल सिंह इप्का कंपनी में भी कार्यरत है।
नियमानुसार एक आदमी एक साथ दो काम नहीं कर सकता। जब इस बारे में कृष्णपाल सिंह के वरिष्ठ अधिकारी राहुल पाठकर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें भी कृष्णपाल सिंह के बारे में सही जानकारी नहीं है। वहीं, मध्य प्रदेश फार्मासिस्ट संघ के प्रदेश महामंत्री अमित रावत का कहना है कि हम ऐसे लोगो पर कानूनी कार्यवाही करेंगे और ड्रग इंस्पेक्टर को आरोपी का मेडिकल स्टोर तुरंत सील करने को कहेंगे। ये ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के अनुसार अपराध है। उधर, ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि हमें मामले की जानकारी मिली है। शिकायत के आधार पर उक्त मेडिकल स्टोर को सील कर इसके संचालक और फार्मासिस्ट दोनों पर प्रशासन को गुमराह करने सहित मामला दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट होना अति आवश्यक है। बिना फार्मासिस्ट के दवा नहीं बेची जा सकती।