प्रतापगढ़। बिना चिकित्सकीय डिग्री के क्लीनिक खोलकर लोगों का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों व नीम-हकीमों की अब खैर नहीं है। जिला प्रशासन ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कमेटी गठित की है। कमेटी में प्रशासन की तरफ से उपखण्ड अधिकारी, जिला आयुर्वेद अधिकारी, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, औषधि नियंत्रण अधिकारी एवं पुलिस की ओर से थानाधिकारी को इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए नामित किया गया है। अतिरिक्त जिला कलक्टर गोपाल लाल स्वर्णकार ने इस संबंध में सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र पीपलखंट में विशेष तौर पर झोलाछाप कथित चिकित्सकों के खिलाफ करने के निर्देश दिए है। प्रशासन की ओर से निर्देश मिलने के बाद पीपलखूंट क्षेत्र में गठित टीम के सदस्यों द्वारा घंटाली और पृथ्वीपुरा क्षेत्र में झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान क्षेत्र में ज्यादातर दुकानें और क्लीनिक बंद मिले। पीएचसी घंटाली से डॉ. मुकेश गोधा ने बताया कि जांच के दौरान झोलाछाप चिकित्सकों की पहचान नहीं हो सकी। वहीं, जिन क्लीनिकों के नाम बाहर लिखे हुए थे, वे दुकानें भी मौके पर बंद मिली। इस दौरान क्लीनिक संचालित करने वाले नदारद लोगों की सूचना आस-पास के लोगों से ली गई, तो कोई भी संतोषजनक जवाब एवं पहचान नहीं दे सका।