नई दिल्ली। टीबी के इलाज में काम आने वाला टीका टाइप-वन डायबीटीज में भी कारगर पाया गया है। हाल ही में किए गए एक क्लिनिकल ट्रायल में सामने आए परिणाम के अनुसार जो लोग TYPE-V डायबीटीज से पीडि़त हैं, उनमें यह वैक्सीन ब्लड शुगर लेवल कम करने में काफी प्रभावी हो सकता है। टाइप-वन डायबीटीज वह डायबीटीज है, जिसमें पैनक्रियाज़ बिल्कुल भी इंसुलिन नहीं बनाता और अगर बनाता भी है, तो उसकी मात्रा बेहद कम होती है। इस ट्रायल में सामने आया कि 4 हफ्तों के अंतराल पर दो बार टीबी वैक्सीन यानी बीसीजी का वैक्सीन दिए जाने के 3 साल बाद दिखा कि टाइप-वन डायबीटीज से पीड़ित लोगों में Aglycated haemoglobin की मात्रा सही निकली और उनके शुगर लेवल में भी सुधार दिखाई दिया।
अमेरिका की मैसचूसिट्स जनरल हॉस्पिटल इम्यूनोबायलॉजी लैबोरेटरी के डायरेक्टर डेनिस फॉस्टमेन (denis faustmen) ने कहा कि जो लोग लंबे समय से डायबीटीज से पीडि़त हैं, उनमें भी इस वैक्सीन के जरिए शुगर लेवल को सुधारा जा सकता है और यह क्लिनिकल ट्रायल इस बात का प्रमाण है। इस स्टडी के दौरान टीम ने 282 लोगों को शामिल किया, जिनमें से 52 लोग टाइप-वन डायबीटीज से पीडि़त थे और बीसीजी वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल में भाग लिया। वहीं 230 ने मेकनिस्टिक स्टडीज के लिए ब्लड सैंपल दिए। रिजल्ट में सामने आया है कि डायबीटीज से पीडि़त जिन लोगों को बीसीजी वैक्सीन दिया गया, उनमें तीन साल के ट्रीटमेंट के बाद hbAvc का लेवल 10 पर्सेंट तक कम हो गया। निष्कर्ष निकाला गया कि इस क्लिनिकल रिजल्ट को टाइप-वन डायबीटीज के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है।