अंबाला – बृजेंद्र महोत्रा
फतेहाबाद में लोक शिकायत निवारण कमेटी महिला पुलिस अधीक्षक व बैठक के चेयरमैन एवं राज्य स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के बीच शब्दों का आदान-प्रदान सोशल मीडिया पर जगजाहिर हुआ। मुद्दा नशे से जुड़ा था और नशा स्वास्थ्य को प्रभावित करता है इस बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री के तेवर देखने के बाद औषधि प्रशासन ने अपने कार्यप्रणानी को कुंभकर्णी नींद से जगाया और राज्यभर में एक प्रभावी रणनीति के तहत चारों ओर से मोर्चा खोल दिया। टोहाना में फार्मोसिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष के घर से नशे की दवाओं का भारी भरकम स्टाक मिला, करनाल, शाहबाद में दुकानों से नशे का गर्भपात में सहायक किट मिली, फतेहाबाद में बिना लाइसेंस के चल रही दुकान। सभी जगह दुकानों को विभाग ने सील किया, पिंजौर में एक घर से भरी मात्रा में नशे की दवाओं का जखीरा पकड़ा। इस व्यक्ति के पास ड्रग्स लाइसेंस होते हुए भी इतना स्टाक। एन.डी.पी.एस. में मामला दर्ज कर लिया गया।
गुडग़ांव में भ्रूण जांच में लिप्त एक महिला ने रसोई घर से अवैध अल्ट्रासाउंड मशीन जब्त की। यह महिला गुडग़ांव तथा दिल्ली में अपना गिरोह चलाती थी। महिला बकरवाल दिल्ली निवासी है, मौके से 28 बोतल इस अनैतिक कार्य में इस्तेमाल होने वाली जैली की भी मिली। मशीन तथा जैली का स्टाक डी.सी.पी. क्राइम को सौंप कार्यवाही करने को दे दी। डी.सी.पी. क्राइम ने एफ.आई.आर. न. 461 दर्ज कर महिला को गिरफ्त में ले। पूरे गैंग का पर्दाफाश एवं संलिप्त चिकित्सकों को सार्वजनिक करेंगे ताकि अनैतिक कार्यों पर अंकुश लगाया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री कि निर्देशों पर राज्य औषधि नियंत्रक आर.के. सिंगला ने नरेंद्र आहूजा (अवकाश पर चल रहे ए.एस.डी.सी), आदर्श गोयल, रिपन महत्ता, परजिन्द्र सिंह, (एस.डी.सी.ओ.), करण सिंह, गुरुचरण सिंह, सुनिल दहिया, सारिका मलिक नरिपेन गुप्ता, पूजा चौधरी, अमन दीप (डी.सी.ओ.)की टीम को फील्ड में कार्यवाही को सार्थक करने हेतु दिशा निर्देश दिए, जिसके फलस्वरूप पूरे राज्य में विभाग की जागरूकता से खौफ व्याप्त है। औषधि प्रशासन मुख्यालय ने राज्य भर में संदेश दिया कि अनैतिक कार्य छोड़ दो या राज्य क्यों कि स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों की पालना भी दृढ़ता से ही की जाएगी ताकि राज्य के युवकों का भविष्य गर्त में न जाए।