रायगढ़। पुलिस ने कोतरा रोड चूना भट्टी स्थित दिलीप अग्रवाल नामक ट्रांसपोर्टर के घर के बाहर खड़ी दो गाडिय़ों से प्रतिबंधितनशीली दवा कोडीन फास्फेट की 4320 बोतलें जब्त की हैं। बरामद दवा की कीमत करीब 6 लाख रुपए आंकी गई है। क्राइम ब्रांच की टीम ने मकान में कमरे की भी तलाशी ली, लेकिन कमरे से सारा माल निकाला जा चुका था। बता दें कि पिछले साल भी उक्त आरोपी के घर से ड्रग इंस्पेक्टर और कोतवाली पुलिस ने 960 कोडीन फास्फेट की बॉटल जब्त की थी। कोरबा, जांजगीर और घरघोड़ा से आरोपी माल की डीलिंग के लिए पहुंचे हुए थे। यहां पर चार आरोपियों को पुलिस ने दबोच लिया। मगर घरघोड़ा का मेन सप्लायर विकास अग्रवाल फरार हो गया। पकड़े गए आरोपियों में कृष्णा कुमार साहू निवासी कोरबा हालमुकाम जांजगीर, तसलीम खान घरघोड़ा, प्रेमशंकर चौहान, मनोज कुमार केंवट है। मामले में डमरू ट्रांसपोर्ट व संतोषी ट्रांसपोर्ट का नाम भी सामने आया है। आरोपियों ने कोरियर से माल रायगढ़ के लिए डिलीवर होने की पर्ची दिखाकर बेचने की कोशिश की है। मगर माल गोडाउन में रखने और मकान से माल सप्लाई करवाने को लेकर पुलिस कार्रवाई कर सकती है।
गौरतलब है कि कृष्ण कुमार साहू की जांजगीर जिले के पामगढ़ स्थित ससहा नामक जगह में दवा दुकान है। दुकान के लिए आरोपी ने अंश इंटरप्राइजेस रायपुर से माल बुक किया था। माल बुक करने के बाद उसकी फोन पर विकास अग्रवाल से डील हुई। रायपुर से माल बुक जांजगीर के लिए हुआ था, मगर कोरियर से सेटिंग करके आरोपियों ने डिलीवरी की जगह रायगढ़ करवा दी। रायगढ़ में दिलीप अग्रवाल के घर में माल को रखवाया गया और यहीं से माल की डिलीवरी हो रही थी