सहरसा। कहरा रोड स्थित विकास ट्रांसपोर्ट से भारी मात्रा में कोडिन युक्त सिरप मिलने के मामले में सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। औषधि निरीक्षक पंकज सुमन के अनुसार विकास रोडवेज में भारी मात्रा में कोडिन फॉस्फोट युक्त कफ सिरप मंगाकर उसे तेजी से ठिकाना लगाने की योजना बनाई जा रही थी। वहां पहुंचने पर एक व्यक्ति भागने लगा जिसे पुलिस कर्मियों ने पकड़ लिया। आरोपी व्यक्ति बघवा निवासी सुबोध कुमार ने खुद को रोडवेज का मैनेजर बताया। तलाशी में करीब 32 कार्टन सिरप बरामद हुए। आरोपी ने बताया कि जब्त दवा जफर मेडिकल सहरसा की है। इस मामले में सुबोध कुमार के अलावा दवा कंपनी मोरल फार्मास्युटिकल प्राइवेट लिमिटेड पटना के मालिक, सुमित्रा मेडिकल हॉल हटियागाछी के मालिक रविन्द्र कुमार के अलावा, जफर मेडिकल को आरोपित किया गया है। औषधि निरीक्षक ने बताया कि सुमित्रा मेडिकल सहरसा द्वारा खरीद बिल से अधिक मात्रा में दवा देना एवं पूर्ण कागजात नहीं दिखाए गए। इस मामले में गिरफ्तार आरोपी समेत अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार कोडिन व फॉस्फोट युक्त कफ सिरप को नशे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। लगातार कार्रवाई के बाद भी इसकी बिक्री पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। यह ऐसा नशा है जिसे पीने के बाद मुंह से किसी प्रकार की बदबू नहीं आती है और ऐसे लोग पकड़ में नहीं आ पाते हैं। खासकर युवाओं में इस सिरप का प्रयोग काफी मात्रा में हो रहा है।