रोहतक। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओपी कालरा ने कहा कि स्वास्थ्य विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद सरकार और प्रशासन का यह प्रयास रहा है कि विश्वविद्यालय पूरे भारत में एक नए आयाम स्थापित करे। डॉ ओपी कालरा मंगलवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 106 स्वास्थ्य शिक्षा केंद्र है जिनमें 9 मेडिकल कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज व नर्सेस कॉलेज शामिल है। इतनी बड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए सरकार ने 2008 में पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय की स्थापना की।
उन्होंने बताया कि विवि अपने 10वें स्थापना दिवस पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करेगा जिसमें एक जून को विवि के मुख्य भवनों को रोशन किया जाएगा। बाद में छात्र, गैर शिक्षक कर्मचारी व स्टाफ राहगीरि का कार्यक्रम आयोजित करेंगे। विवि में 2 जून को एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें छात्र, स्टाफ व गैर शिक्षक कर्मचारी रक्तदान करेंगे।
डॉ कालरा ने कहा कि इसके बाद विवि के सभी स्टाफ का मेडिकल चैकअप होगा। सायं को एक सभा का आयोजन करके 10 वर्षों की उपलब्धियों को गिनवाया जाएगा। इसके बाद हास्य कवि सम्मेलन होगा जिसमें सुरेंद्र शर्मा, सोलंकी व जगबीर राठी अपनी काव्य प्रस्तुतियां देंगे। विवि ने आवासीय सुविधा बढ़ाने के लिए 300 क्वार्टर गैर शिक्षक कर्मचारियों और 200 क्वार्टर शिक्षक वर्ग के लिए निर्मित कराए जा रहे है। विश्वविद्यालय में 72 शवों को एक साथ रखने के लिए बड़ा आधुनिक शवगृह बनाया जा रहा है जो देश में नंबर एक होगा।
उन्होंने कहा कि छात्रों और स्टाफ की सुविधा के लिए एक केंद्रीय पुस्तकालय भी निर्मित किया जा रहा है जिसके साथ कैफेटेरिया भी होगा। शीघ्र ही किचन व लॉन्डरी के भवन भी बनाए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की नैक टीम ने हेल्थ विवि की कार्यप्रणाली और सेवा उपलब्ध कराने पर विश्वविद्यालय को ए ग्रेड से सम्मानित किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विवि भविष्य में प्लस ए ग्रेड भी प्राप्त करेगा। ट्रामा सेंटर पूर्ण रूप से वातानुकूलित करने का कार्य शीघ्र पूर्ण हो जाएगा। सिटी स्कैन मशीन भी आ गई है और कार्य के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि विवि के अधिकतर भवन और ऑपरेशन थियेटर 55 साल पुराने हो चुके है, उनमें सुधार की आवश्यकता है। इसके लिए 57 करोड़ रूपए के व्यय से आधुनिक थियेटर व आईसीयू तैयार किए जाएंगे।
डॉ कालरा ने बताया कि छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हरियाणा सरकार ने विश्वविद्यालय को एक गर्ल्स और एक ब्वायज होस्टल बनाने की स्वीकृति प्रदान की है। जिसमें लड़कियों के लिए 255 व लड़कों के लिए 260 कमरे बनाए जाएंगे। शोध कार्य में गुणवकता लाना आवश्यक है। शोध पत्रों से जनता को भी अवगत कराया जाएगा। आज कैंसर एक भयानक बीमारी है, जिसके इलाज में आने वाले रेडियोधर्मी को रोकने के लिए बंकर भी बनाए जाएंगे। ट्रामा सेंटर में लगभग 73 वेंटिलेटर स्थापित होंगे फिर भी ये बढ़ते हुए मरीजों की संख्या को देखते हुए अपर्याप्त है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वास्थ्य योजना के अनुसार, स्पोर्ट्स इंजरी को रोकने के लिए अलग से विभाग स्थापित करने की मंजूरी मिल चुकी है लेकिन इसमें स्पोर्ट्स इंजरी के विशेषज्ञों की अभी कमी है। ट्रामा सेंटर और आपातकाल को जाने वाली सड़कों को 6 और 7 लेन बनाया जा रहा है ताकि मरीजों को कक्ष तक ले जाने में समय नष्ट न हो।