पाली (राजस्थान)। जिले के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इस बार सप्लाई हुए 80 हजार दर्द निवारक डाइक्लोफिनेक इंजेक्शन में फंगस मिलने का मामला प्रकाश में आया है। ये इंजेक्शन बॉक्स में बंद होने के कारण भंडार गृह से सीधे वार्डों में भेज दिए गए। जब वार्ड प्रभारियों ने इंजेक्शन की शीशी में फंगस देखा तो इसे बदलवाने के लिए तत्कालीन पीएमओ डॉ. अंबादान राव को बताया। इस बारे में जानकारी मिलने पर एमएनडीवाई विभाग ने बैच नंबर डीसी 21970 का सैंपल जयपुर लैब में जांच के लिए भेजा। साथ ही सभी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों को हिदायत दी है कि रिपोर्ट आने तक इसका उपयोग नहीं करें। साथ ही मरीजों के लिए दूसरे बैच नंबर के डाइक्लोफिनेक इंजेक्शन मंगवाए गए हैं। गौरतलब है कि चिकित्सा विभाग की ओर से जिले में मरीजों का इलाज करने के लिए 23 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 82 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 2 अस्पतालों का संचालन हो रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से ड्यूफूल हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड गांव बनाड़ (जयपुर) कंपनी की ओर से बैच नंबर डीसी 21970’ डाइक्लोफिनेक सोडियम इंजेक्शन की सप्लाई की गई थी। फंगस की जानकारी सामने आने के बाद उनके उपयोग पर रोक लगाते हुए अस्पताल में ही रखा गया है। बता दें कि जिले के अस्पतालों में सप्लाई हुई दवाइयों को लेकर तीसरी बार शिकायत आई है।