बरेली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरीदपुर में इलाज के अभाव में बुजुर्ग महिला की मौत के मामले में लापरवाही बरतने पर डॉक्टर और दो फार्मासिस्ट पर गाज गिर गई है। एसीएमओ ने मौके पर पहुंचकर जांच की। जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएमओ ने डाक्टर और दो फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया है। एमओआईसी को भी प्रशासनिक नियंत्रण में ढिलाई के लिए चेतावनी दी गई है।
फरीदपुर निवासी बुजुर्ग कलावती की तबीयत खराब होने पर परिवार वाले उन्हें फरीदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे। इमरजेंसी पर तैनात डॉ. कल्याणी वहां नहीं मिलीं। फार्मासिस्ट ने भी बिना प्राथमिक उपचार उन्हें रेफर कर दिया, लेकिन 108 एंबुलेंस भी काफी देर तक नहीं पहुंची, जिससे बुजुर्ग महिला ने वहीं दम तोड़ दिया था। जानकारी होने पर सीएमओ विनीत शुक्ल ने एसीएमओ रंजन गौतम को मामले की जांच के आदेश दिए। रंजन गौतम ने सीएचसी पहुंच जांच की। सामने आया कि इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉ. कल्याणी उस समय ड्यूटी पर नहीं थीं। दोनों तैनात फार्मासिस्टों ने भी बिना प्राथमिक उपचार उसे रेफर कर दिया। इस पर एसीएमओ ने तीनों के निलंबन और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की। इस पर सीएमओ ने तीनों को निलंबित कर दिया है। सीएमओ ने बताया कि एंबुलेंस -108 भी सूचना पर समय से नहीं पहुंची। उस पर तैनात स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाएगा। सीएमओ ने बताया कि एमओआईसी डॉ. वासित अली को कार्यप्रणाली में सुधार के साथ ही प्रशासनिक नियंत्रण को मजबूत करने की चेतावनी दी गई है।