उत्तराखंड के अलमोड़ा में जिला अस्पताल में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य व्यवस्थाएं मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गई है।

पहले से ही पूरा जिला बाल रोग विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहा है। ऐसे में जिला अस्पताल में तैनात एकमात्र बाल रोग विशेषज्ञ के अवकाश पर जाने से बच्चों और उनके परिजनों की दिक्कत बढ़ गई है।

अस्पताल में सुबह से ही निमोनिया, सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित बच्चों को परिजन लेकर पहुंचे लेकिन डॉक्टर के कक्ष में ताले लटके रहे और उन्हें मजबूरन इलाज के ही बगैर लौटना पड़ा।

अपने बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचीं कोसी निवासी माया देवी ने बताया कि बच्चा बुखार से तप रहा है। वे सुबह ही अस्पताल पहुंच गईं थीं लेकिन डॉक्टर नहीं है तो अब वह प्राइवेट डॉक्टर के पास जाने को मजबूर हैं।