पलामू (झारखंड)। अक्सर लोग छोटी मोटी बीमारी जैसे बुखार जुकाम के लिए मेडिकल स्टोर या फिर पास के छोटे क्लीनिक में चले जाते हैं। वहां अपनी बीमारी बतातें और वहां से बिना डॉक्टरी सला के दवा ले आते हैं। ऐसे मामलो के कई बार गंभीर परिणाम देखने को मिल चुके हैं। एक बार फिर से झारखंड में ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें महिला की मौत हो गई और दवा देने वाला डॉक्टर फरार हो गया। झारखंड के लोइंगा गांव में एक महिला गांव में चल रहे एक क्लीनिक में गई और उससे बुखार और दर्द की दवा मांगी। क्लीनिक का एक मेडिकल प्रैक्टिशनर ने महिला को इंजेक्शन लगा दिया जिसके बाद महिला की मौत हो गई। घटना के बाद से आरोप प्रैक्टिशनर फरार चल रहा है।
जानकारी के अनुसरा यह पूरा मामला झारखंड के पलामू के लोइंगा गांव का है। यहां रहने वाली एक महिला अपनी बेटी को लेकर गांव के क्लीनिक गई थी। क्लीनिक को एक मेडिकल प्रैक्टिशनर चलाता था। महिला भी बुखार और दर्द से पीड़ित थी। उसने डॉक्टर को अपनी समस्या बताई। मेडिकल प्रैक्टिशनर ने उसे एक इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगने के बाद महिला की तबियत बिगड़ने लगी। थोड़ी देर बाद प्रैक्टिशनर ने उसे एक और इंजेक्शन लगाया जिससे उसकी कंडीशन और खराब हो गई।
महिला की तबियत बिगड़ने के बाद परिजन उसे किशुनपुर पीएचसी लेकर चले गए। परिजनों ने अपने साथ मेडिकल प्रैक्टिशनर भी था। महिला की तबियत ज्यादा खराब होने कारण महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। महिला की मौत के बाद मेडिकल प्रैक्टिशनर वहां से फरार हो गया। इस घटना के बाद पलामू के लोगों ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद पलामू के सिविल सर्जन ने गांव के उस क्लीनिक को सील कर दिया।
घटना में जान गंवाने वाली महिला का नाम सिंकी देवी (26) बताया जा रहा है। वह अपनी दो साल की बच्ची का इलाज कराने के लिए बुधवार को क्लीनिक गई थी। महिला ने पहले बच्ची के कान दर्द और बुखार की दवा ली इसके बाद अपनी बीमारी मेडिकल प्रैक्टिशनर को बताई। कहा जा रहा है कि महिला ने डॉक्टर से दवा मांगी थी लेकिन उसने उसे टैबलेट देने की बजाय उसे इंजेक्शन लगा दिया और यही उनकी मौत का कारण बना।
मृतका सिंकी देवी के पती ने जानकारी देते हुए कहा कि तबियत खराब होने के बाद आरोपी मेडिकल प्रैक्टिशनर ही उन्हें और उनकी पत्नी को बाइक पर बैठा कर किशुनपुर ले जा रहा था। उन्होंने कहा कि रास्ते में पत्नी की मौत के बाद वह हमें छोड़ कर फरार हो गया। घटना के बाद सिंकी देवी के परिवार के लोगों ने किशुनपुर पिकेट पहुंच कर आरोप मेडिकल प्रैक्टिशनर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिसके बाद उसका क्लीनिक सील कर दिया गया।