बलिया। जनपद में अलग-अलग जगहों पर स्थित सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर, फार्मासिस्ट व वार्ड ब्याय की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद सभी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई तथा उन्हें सील कर दिया गया। अस्पताल पर इलाज बंद होने के चलते स्थानीय मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी अनुसार पीएचसी मुरलीछपरा के फार्मासिस्ट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही अस्पतालकर्मियों में खलबली मच गयी। इसके बाद एहतियातन पीएचसी को सील कर दिया गया। बताया जाता है कि करीब एक माह पहले स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात लैब टेक्निशियन के संक्रमित मिला था। इसके बाद अब फार्मासिस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है। पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. देवनीति सिंह का कहना है कि सेनेटाइज करने के लिये अस्पताल को दो दिनों के लिये सील किया गया है। उधर, मनियर के स्थानीय पीएचसी पर तैनात एक वार्ड ब्याय की रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही अस्पताल को सील कर दिया गया। इसके बाद अस्पताल पर तैनात डॉक्टरों व कर्मचारियों की सैम्पलिंग की गयी। अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ. शहाबुद्दीन का कहना है कि अस्पताल को फिलहाल सील कर सभी तरह के स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर दिया गया है। रेवती में सीएचसी व न्यू पीएचसी कुसौरी कलां में ड्यूटी करने वाली महिला चिकित्सक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से दोनों अस्पतालों को सील कर दिया गया। बताया जाता है कि जिस चिकित्सक की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है वह सप्ताह में तीन दिन सीएचसी रेवती तथा तीन दिन न्यू पीएचसी कुसौरी कला पर रोगियों का इलाज करती हैं। संक्रमित डॉक्टर ने न्यू पीएचसी कुसौरी कलां पर आकर मरीजों का इलाज किया था। सीएचसी के प्रभारी अधीक्षक डॉ. धर्मेन्द्र कुमार का कहना है कि दोनों अस्पतालों को तीन दिनों के लिये सील कर दिया गया है। इस दौरान बाकि स्टॉफ की सैम्पलिंग व सेनेटाइज का कार्य किया जाएगा।