बीबीएन (सोलन)। ड्रग कंट्रोलर की नियुक्ति जल्द करने की दवा निर्माताओं ने गुहार लगाई है। हिमाचल दवा निर्माता संघ ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि ड्रग कंट्रोलर का चार्ज जल्द ही भरा जाए। उनका कहना है कि ड्रग कंट्रोलर ने होने से उनके दवा उद्योगों का कामकाज प्रभावित हो रहा है।

दवा निर्माता संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि स्टेट ड्रग कंट्रोलर को सेवानिवृत हुए 17 दिन हो चुके हैं। अभी तक किसी को चार्ज नहीं दिया गया। इसके चलते दवा उद्योगों के राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण से सबंधित कई कार्य लटक गए हैं। इससे दवा उद्योगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।

ये कार्य अधर में लटके

दवा निर्माताओं ने कहा कि ड्रग कंट्रोलर विगत 30 दिसंबर को रिटायर हो चुके हैं। उनके रिटायर होने के 17 दिन बाद भी किसी अधिकारी को चार्ज नहीं दिया गया है। जिस कारण डब्ल्यूएचओ सर्टिफिकेट ,इंस्पेक्शन,एक्सपोर्ट के सर्टिफिकेट, बाहरी प्रदेशों और विदेशो से सबंधित पत्राचार,ड्रग अप्रूवल , लाइसेंसिंग अथॉरिटी के कार्य, टेंडर दस्तावेजों का सत्यापन सहित अन्य कार्य अधर में लटके हुए हैं। ऐसे हालात में दवा निर्माण इकाइयों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

समस्या के तुरंत समाधान की गुहार

हिमाचल दवा निर्माता संघ ने मुख्यमंत्री ,स्वास्थ्य मंत्री ,चीफ सेके्रटरी ,हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र लिखे हैं। पत्र में इस समस्या का तुरंत निवारण करने का अनुरोध किया गया है। दवा निर्माताओं का कहना है कि कार्यों के अभाव में इंडस्ट्री का आर्थिक नुकसान हो रहा है।

ड्रग कंट्रोलर

सरकार का दायित्व है कि वह कार्य को किसी भी अधिकारी को समय रहते हुए सौंपे। हिमाचल दवा निर्माता संघ ने यह भी मांग की कि अगर कोई नीति निर्धारण का मसला है तो एसोसिएशन के पदाधिकारियों को रिप्रेजेंट करने का मौका दिया जाए। चार्ज और पद पर नियुक्ति तुरंत प्रभाव से लागू की जाए। ऐसा लंबे समय तक चलता रहा तो हिमाचल का दवा उद्योग काफी पिछड़ जाएगा।