शिमला। सहायक दवा नियंत्रक के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई के 24 घंटे के भीतर ही सरकार ने राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह को भी पद से हटा दिया। उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा निदेशालय में बतौर ओएसडी लगाया गया है। बता दें कि मरवाह लंबे समय से बद्दी में विभिन्न पदों पर तैनात रहे हैं। निदेशालय में अब वह बतौर ओएसडी निदेशक स्वास्थ्य सुरक्षा का सहयोग करेंगे। उन्हें खाद्य सुरक्षा का काम सौंपा है। सूत्रों काक हना है कि सहायक दवा नियंत्रक सरीन के कई बार दौरों पर जाने और कार्रवाई न होने के अलावा मरवाह के खिलाफ भी कई शिकायतें सरकार को मिली थीं। उधर, भ्रष्टाचार का केस दर्ज होने के बाद भूमिगत सहायक दवा नियंत्रक निशांत सरीन अभी तक सामने नहीं आया है। विजिलेंस ने आरोपी के सभी ठिकानों पर नोटिस चस्पा कर दिए हैं। आरोपी के खिलाफ विजिलेंस के सोलन थाने में मामला दर्ज हुआ है और यहीं पूछताछ होगी। नोटिस के बावजूद यदि आरोपी विजिलेंस के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ तो पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी। बद्दी में तैनात रहे सहायक दवा नियंत्रक निशांत सरीन के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के बाद विजिलेंस की टीम ने एक साथ उसके घर और दफ्तर समेत सात ठिकानों पर दबिश दी थी। विजिलेंस टीमें सोलन, शिमला, बद्दी, बिलासपुर, चंडीगढ़, पंचकूला और जीरकपुर पहुंची।
बद्दी दवा नियंत्रक कार्यालय में करीब ढाई घंटे तक टीम फाइलें खंगालती रहीं। छानबीन के दौरान चंडीगढ़ में आरोपी की रिहायश से विदेशी शराब और जीरकपुर से नकदी बरामद हुई है। इस दौरान दबिश की भनक लगते ही सरीन गायब हो गया। विजिलेंस ने सभी ठिकानों से मिले दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। आरोपी के सामने आते ही मामले से जुड़े अन्य पहलुओं का भी खुलासा होगा।
उधर, इस दबिश के बाद दवा निर्माता उद्योगों में हडक़ंप मचा है। विजिलेंस के एडीजी अनुराग गर्ग का कहना है कि आरोपी को सोलन थाने में हाजिर होने के आदेश हुए हैं। यह सूचना उसे नोटिस के माध्यम से दी गई है। यदि वह हाजिर नहीं होता है तो उसके खिलाफ आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरा मामला खुलने और आरोपी के सामने आने के बाद ही सभी तथ्यों का खुलासा किया जाएगा।