पूर्वोत्तर भारत के राज्य मिजोरम में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवा जब्त किए गए हैं। इनकी अनुमानित कीमत 30 करोड़ बताई जा रही है। मिजोरम पुलिस के अधिकारियों ने बताया की नारकोटिक्स सेल ने एक लाख टेबलेट जिसका वजन 9 किलो 600 ग्राम है, बरामद किया है।
पुलिस के मुताबिक मिजोरम में हाल के दिनों में पकड़ी गई यह सबसे बड़ी खेप है। पुलिस ने बताया कि मैथमफेटामाइन (methamphetamine) टेबलेट राजधानी आइजोल में सोमवार की रात बरामद किया गया। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है।
जब्त मैथमफेटामाइन टेबलेट की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में ₹30 करोड़ बताई जा रही है। टेबलेट के साथ एक 46 वर्ष की महिला को गिरफ्तार किया गया है। महिला मिजोरम म्यांमार बॉर्डर पर गांव में रहने वाली है।
मिजोरम बॉर्डर पर चंपा जिले की इस महिला को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकॉट्रॉपिक सब्सटेंसस एक्ट 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया है। महिला पर एनडीपीएस कानून की अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मैथमफेटामाइन टेबलेट के साथ गिरफ्तार की गई महिला को विशेष अदालत में पेश किया गया जो एनडीपीएस एक्ट के तहत मामलों की सुनवाई करती है। पुलिस ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
मिजोरम के एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि मैथमफेटामाइन टेबलेट की कीमत घटी है क्योंकि म्यानमार में सैन्य तख्तापलट के बाद हेरोइन और मैथमफेटामाइन तस्करी में बेतहाशा वृद्धि हुई है। अधिकारियों के मुताबिक म्यांमार के हालात के कारण मिजोरम में मैथमफेटामाइन के साथ-साथ हेरोइन की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई है ।