आगरा। ड्रग माफिया अरोरा बंधु की संपत्तियां कुर्क होंगी। अवैध धन से चल-अचल संपत्तियां अर्जित की गई हैं। थाना न्यू आगरा पुलिस की रिपोर्ट पर एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने एसडीएम सदर को तहसील में दोनों भाईयों के नाम से तहसील में पंजीकृत संपत्तियों को चिह्नत कर विवरण मांगा है। बता दें कि आगरा में नशीली व प्रतिबंधित दवाओं का यह सबसे बड़ा गैंग था। जिसमें 17 लोग नामजद हैं। सात गिरफ्तार हुए हैं। बाकी लोगों से आगरा पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। अरोरा बंधु गैंग का नेटवर्क आगरा से 11 राज्यों तक फैला था। कानपुर के अलावा पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल व बंगाल तक गिरोह पर नींद की गोलियों के कारोबार का आरोप है।
पंजाब पुलिस ने दिसंबर 2020 में कमला नगर में नशीली व प्रतिबंधित दवाओं के सप्लायर गैंग का पर्दाफाश किया था। जिसमें कमला नगर निवासी कपिल अरोड़ा उर्फ विक्की उर्फ इलियाश और उसके भाई कपिल अरोड़ा पुत्र रमेश चंद समेत सात लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। अरोड़ा बंधु दो महीने से जेल में बंद हैं। गैंग के अन्य सदस्य फरार है। आगरा पुलिस ने दोनों भाईयों को ड्रग माफिया घोषित किया है। इनके तीन गोदाम मेें करीब सात करोड़ रुपये की नारकोटिक्स द्वारा प्रतिबंधित दवाएं सीज हैं। दवाओं के अवैध कारोबार से अर्जित संपत्तियों के जब्तीकरण के लिए थाना न्यू आगरा प्रभारी नरेंद्र शर्मा ने एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी से अरोड़ा बंधुओं की संपत्तियों का विवरण मांगा है। एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि सदर तहसील में दर्ज रिकार्ड से आरोपितों की चल-अचल संपत्तियों का विवरण एसडीएम से मांगा है। दवा माफिया की संपत्तियां जब्त होंगी। ब्योरा पुलिस को उपलब्ध कराया जाएगा। जिसमें करीब 10 से 15 दिन का समय लग सकता है।