सोनीपत। साइबर ठगों के निशाने पर राज्य के सरकारी अस्पताल हैं। अब सोनीपत के सरकारी अस्पताल में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र  बनाने का गंभीर मामला सामने आया है। जिले में ढाई-ढाई हजार रुपये में फर्जी प्रमाण-पत्र बनाने का धंधा किया जा रहा है। शहर के देवड़ू रोड स्थित सीएचसी सेंटर संचालक रुपयों के लालच में इस धंधे को चला रहे हैं। ऐसे फर्जीवाड़े से स्वास्थ्य विभाग बेपरवाह नजर आ रहा है।

नागरिक अस्पताल में जन्म प्रमाण-पत्र की जांच करवाने खिलाड़ी पहुंचा। जहां उसने अपना जन्म प्रमाण-पत्र दिखाकर उसकी जानकारी मांगी। जारी जन्म प्रमाण-पत्र पर पिहोवा नागरिक अस्पताल में रजिस्ट्रेशन दिखा रखा है। उसे प्रमाण-पत्र के फर्जी होने की जानकारी नागरिक अस्पताल सोनीपत से मिली। गत दिनों पहले खरखौदा, बरोदा व गोहाना में फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र व मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी करने का खुलासा हुआ था। जिसकी जांच संबंधित थाना पुलिस कर रही हैं।

सेक्टर-12 निवासी बादल नाम का खिलाड़ी नागरिक अस्पताल में सोमवार को पहुंचा। जहां उसने जन्म एवं मृत्यु प्रमाण-पत्र मिलने वाली खिड़की पर अपना जन्म प्रमाण-पत्र दिखाया। खिड़की पर कार्यरत कर्मचारी ने प्रमाण-पत्र की जांच की। जिसमें प्रमाण-पत्र पर जारी कोड को स्केन किया। प्रमाण-पत्र स्केन नहीं हो सका। कर्मचारी को प्रमाण-पत्र में अंकित पता व जारी किए सरकारी केंद्र का पता देखकर शक हुआ। उसने नेट के जरिए जांच की तो प्रमाण-पत्र का किसी प्रकार का रिकार्ड नहीं मिला। बादल ने कर्मचारी को बताया कि उक्त प्रमाण-पत्र को उसने देवडू रोड स्थित सीएचसी सेंटर से ढाई हजार रुपये में बनवाया हैं। सेंटर संचालक ने उससे प्रमाण-पत्र को वैध होने की बात कहकर नकदी ऐंठी हैं।

नागरिक अस्पताल में जन्म प्रमाण-पत्र की जांच करवाने पहुंचे बादल ने अपना प्रमाण-पत्र की जांच करवाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी को दिखाया। प्रमाण-पत्र में सरकारी अस्पताल पिहोवा की स्टैम्प लगी हुई मिली। जबकि पिहोवा में सामुदायिक केंद्र स्थापित हैं। प्रमाण-पत्र का रजिस्टे्रेशन गत माह अगस्त 2021 दर्शाया हुआ हैं। एक दिन में रजिस्ट्रेशन व उसकी दिन प्रमाण-पत्र जारी करने की तिथि प्रमाण-पत्र पर दर्शाई गई हैं।

गत जुलाई माह में खरखौदा पीएचसी की आईडी पर जन्म पर मृत्यु प्रमाण पत्र की फर्जी एंट्री हुई हैं। जिसकी संख्या 578 बताई गई थी। प्रारम्भिक जांच में उक्त एंट्री जन्म प्रमाण-पत्र व मृत्यु प्रमाण-पत्र की होना बताया जा रहा था। वहीं फरीदाबाद के व्यक्ति की बरोदा गोहाना की पीएचसी पर मृत्यु प्रमाण पत्र की फर्जी एंट्री कर प्रमाण-पत्र जारी करने का खुलासा हुआ था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार उनके सेंटरों की आईडी को हैक कर एंट्री होना बताया जा रहा हैं। ऐसे ही मामला दादरी जिले का भी होने की जानकारी मिली हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की प्रमाण-पत्रों की जांच करना शुरू कर दिया था। मामलो को साइबर क्राइम से जोड़कर देखा जा रहा हैं।