मुरादाबाद। दवा निर्माता कंपनी डीके फार्मा टेबलेट की तीन और दवाइयों के सैंपल जांच में फेल मिले हैं। स्टेट लैब की रिपोर्ट के अनुसार तीनों दवाओं में बेस साल्ट नहीं मिलाया गया था। ऐसे में उनसे लाभ होने का सवाल ही नहीं उठता। इसी कंपनी की एक एंटीबायोटिक्स पिछले सप्ताह नकली मिली थी।
ज्ञातव्य है कि नकली दवा का बड़ा धंधा महानगर से संचालित किए जाने की पुष्टि हुई है। प्रिंस रोड स्थित डीके फार्मा टेबलेट कंपनी की तीन और दवा जांच में नकली मिली है। स्टेट लैब की रिपोर्ट के अनुसार इन तीनों दवाओं में बेस साल्ट मिलाया ही नहीं गया था। कंपनी की दवाओं को लेकर अफसरों को लगातार शिकायत मिल रही थीं। इसके चलते कंपनी में 11 अगस्त 17 को निर्माण बंद करा दिया गया था। उसके बाद भी कंपनी में चोरी-छिपे दवाओं का निर्माण किया जाता रहा। इसकी शिकायत मिलने पर अफसरों ने 15 फरवरी को छापामारी की थी। टीम को मौके पर दवाओं का निर्माण होते मिला था। इनके सैंपल लेकर जांच को भेजे गए थे। जांच में चार दवा नकली पाई गई हैं। तीन की रिपोर्ट अब मिली है, जबकि एक सिप्रोफ्लोक्सासिन की रिपोर्ट पिछले सप्ताह आई थी।