हमीरपुर
हिमाचल को 20 नए जन औषधी केंद्र खोलने को मंजूरी मिल गई है। बीते सप्ताह दिल्ली में वीपीपीआई को रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के औषधि विभाग ने बैठक के बाद राज्य को यह प्रस्ताव दिया है। सरकारी अस्पतालों में खुलने वाले इन नए केंद्रों पर जल्द ही औपचारिकताओं पर कार्य शुरू हो जाएगा।

जो नए निर्देश जारी हुए हैं उनके तहत इन केंद्रों पर सर्जिकल संबंधी आइटम भी बेची जा सकेंगी। जाहिर है कि एक ऑपरेशन को सरकारी अस्पतालों में बाहर से सामान लाने पर 2 से 4 हजार तक मरीजों को खर्च बैठ जाता है। लेकिन अब यहां सर्जिकल आइटम मिलने पर यह खर्चा एक हजार से भी कम हो सकता है। जिसका सीधा लाभ लोगों को आर्थिक तौर पर मिलेगा।

अभी हर जिला मुख्यालय स्थित अस्पतालों में इस समय करीब 12 जनऔषधि केंद्र चल रहे हैं। इनमें मेडिकल कॉलेज टांडा व शिमला सेल के मुताबिक अच्छे स्तर पर हैं। इसके अलावा कुछ अस्पतालों में भी केंद्रों में उचित दवाइयां मिल रही हैं। लेकिन इस समय फार्मासिस्ट न मिलने से तीन जिलों के जनऔषधि केंद्र बंद पड़े हैं।

जानकारी के मुताबिक, आरकेएस की गर्वनिंग बॉडी की बैठकों में इन केंद्रों पर दवाइयों की खरीद पर अंतिम मुहर लगाती है, लेकिन कई जगहों पर दवाइयों की प्रॉपर खरीद नहीं हो पा रही। इनमें हमीरपुर रीजनल अस्पताल का जन औषधि केंद्र भी शामिल है। ऐसे में सर्जिकल आइटम भी पहुंच पाएगी या नहीं यह भी बड़ा सवाल है।