लखीसराय। कोरोना की दूसरी लहर ने जिस तरह से देश में तबाही का मंजर दिखाया था तो उसी अनुभवों के आधार पर स्वास्थ्य विभाग संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट गया है। जिला अंतर्गत सभी सरकारी अस्पतालों में संसाधनों को जुटाया जा रहा है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल सहित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी हर स्तर से तैयारी की जा रही है।

सिविल सर्जन डा. देवेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में करीब साढ़े छह लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें अब तक दो लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है। बाकी लक्ष्य को पाने के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण महा अभियान चलाया जा रहा है। नगर पंचायत बड़हिया क्षेत्र में शत-प्रतिशत टीकाकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण एकमात्र उपाय है। इसलिए जिन लोगों ने अब तक टीका नहीं लिया है। उनके लिए गांवों में शिविर लगाया जा रहा है। दूसरी लहर में मरीजों के लिए अस्पतालों में समुचित इलाज का अभाव, आक्सीजन, दवा, डाक्टरों और कर्मियों की कमी, परिवहन की समस्या आदि की परेशानी काफी हुई थी। यह परेशानी तीसरी लहर में न हो इसको लेकर जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में विभाग काम कर रहा है। सिविल सर्जन डा. देवेंद्र कुमार चौधरी ने कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी से संबंधित जानकारी दैनिक जागरण से साझा की है।

सिविल सर्जन ने बताया कि मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल सहित सभी प्रखंड मुख्यालय स्थित अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में सभी तरह की आवश्यक दवा, आक्सीजन सिलेंडर, आक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। संसाधन की जहां कमी है उसकी समीक्षा कर उसपर कार्य किया जा रहा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दौरान बच्चों के लिए विशेष सावधानी बरतने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए जिले में बच्चों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा। इसके लिए आशा कार्यकर्ता और एएनएम को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।

18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को कोरोनारोधी टीके लगाए जा रहे हैं। सदर अस्पताल में ही बच्चों के लिए अलग से बच्चा वार्ड बनाया जाएगा। इस वार्ड के लिए दो बाल रोग विशेषज्ञों एवं दो स्टाफ नर्स की तैनाती की गई है।जिले में वर्तमान में 226 पीस आक्सीजन सिलेंडर और 17 पीस आक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध है। 300 बेड वाले कोविड केयर सेंटर तेतरहट में 50, सदर अस्पताल में 70, रेफरल अस्पताल बड़हिया में 25, पीएचसी हलसी में 30, रामगढ़ चौक में 10, सूर्यगढ़ा में 21 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। सिविल सर्जन ने बताया कि मुख्यालय में आक्सीजन प्लांट बनकर तैयार है। जल्द ही इस प्लांट से 500 लीटर आक्सीजन का उत्पादन प्रत्येक दिन शुरू होगा। सीएस ने कहा कि सदर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में आक्सीजन युक्त बेड की संख्या में और बढ़ोतरी की जाएगी।