नई दिल्ली। सरकार ने दवाओं के लिये उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दे दी। इस कदम से फार्मास्युटिकल क्षेत्र में 15,000 करोड़ रुपये का नया निवेश आने का अनुमान है। दरअसल दवाओं के लिये पीएलआई योजना से देश में हाई वैल्यू प्रोडक्ट्स के उत्पादन की उम्मीद है। साथ ही निर्यात में वैल्यू एडिशन बढ़ेगा।

विज्ञप्ति के अनुसार अगले छह साल 2022-23 से 2027-28 के दौरान बिक्री में 2,94,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वृद्धि और निर्यात में 1,96,000 करोड़ रुपये का की अतिरिक्त वृद्धि होने का अनुमान है। बता दें कि आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार योजना से घरेलू मैन्युफैक्चरर्स को लाभ होगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और ग्राहकों के लिये व्यापक स्तर पर सस्ती दवाएं उपलब्ध होंगी। इससे औषधि क्षेत्र में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश आने का अनुमान है।