लखनऊ। कोरोना महामारी के मददेनजर दवा उद्योग के लिए अधिकारियों को एक सप्ताह में नई नीति बनाने और पुरानी नीतियों में संशोधन के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दवा उद्योग के लिए विशेषज्ञों से सुझाव लेने के बाद कहा कि दवा उद्योग, चिकित्सकीय उपकरण और हर्बल के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। केंद्र से फार्मा पार्क मिलने की उम्मीद जताते हुए योगी ने कहा है कि जमीन चिह्नित की जाए तो उसमें बुंदेलखंड की संभावनाओं का भी जरूर ध्यान रखें। पीलीभीत को विकल्प में रखते हुए प्राथमिकता कानपुर या उन्नाव क्षेत्र को दी जा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने आवास पर फार्मा पार्क एवं मेडिकल डिवाइस पार्क के प्रपोजल का प्रस्तुतीकरण देख रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कई जाने-माने संस्थान हैं। इनकी क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करें। फार्मा पार्क और फार्मा डिवाइस पार्क से इनको भी जोड़ें। उन्होंने कहा कि मैनें केंद्र से फार्मा पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए अनुरोध किया है। इनके मिलने की पूरी उम्मीद है। इसे ध्यान में रखते हुए इस संबंध में जो भी तैयारी करनी है, उसे जल्दी करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे पास लैंड बैंक की कमी नहीं है। अकेले राजस्व विभाग के पास 1.66 लाख एकड़ का लैंड बैंक है। यह जमीन उत्तर प्रदेश के सभी नौ जलवायु क्षेत्रों में है। जरूरत के अनुसार सरकार निवेश करने वाली कंपनियों को स्किल डेवलपमेंट इंसेटिव और अन्य रियायतें भी देंगी। कोई भी प्रस्ताव बनाते समय इस संबंध में बुंदेलखंड की संभावनाओं को भी केंद्र में रखें।