नई दिल्ली। देश की कई दवा कंपनियों ने ‘जीओ और जीने दो’ की तर्ज पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को साल 2017-18 में करोड़ों का चंदा दिया है। चुनाव आयोग को सौंपे चंदे के ब्यौरे में भाजपा ने यह खुलासा किया है कि उसे सबसे ज्यादा चंदा दवा कंपनियों, इलेक्टोरल ट्रस्ट और बिल्डर्स से मिला है। भाजपा की रिपोर्ट के मुताबिक दवा निर्माता कंपनियों में कैडिला हेल्थकेयर ने 13 करोड़, माइक्रो लैब्स ने 9 करोड़, यूएस विटामिन्स ने भी 9 करोड़, सिपला ने 9 करोड़, अलेंबिक फार्मा ने 6 करोड़ रुपए की दानराशि दी। वहीं, कैडिला हेल्थ केयर ने 6 नवंबर, 2017 को कांग्रेस को 2 करोड़ रुपए चंदे का चेक जारी किया। दानदाताओं ने भाजपा को गाडिय़ां भी गिफ्ट की हैं। निर्वाचन आयोग के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस-भाजपा समेत सभी दलों की सालाना लेखा रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। यह केवल दानदाताओं से मिली राशि की रिपोर्ट है। भाजपा की सालाना इनकम टैक्स रिपोर्ट के अलावा बैलेंस शीट में यह राशि एक हजार करोड़ से ऊपर पहुंच सकती है।